योगी की तर्ज पर धामी ने चल दिया खेल बदलने वाला दांव, दुनिया में देवभूमि की चमक !
प्रामाणिकता और स्थिरता की उपभोक्ता मांग से बाजार में, एचओएच उच्च गुणवत्ता वाले, हस्तनिर्मित सामान की पेशकश करके खड़ा है। यह खरीदारों को उत्तराखंड की संस्कृति और परंपराओं से जोड़ रहा है। यह पहल राज्य के सामानों की अलग-अलग किस्म को दिखाती है, हिमालयी जंगली वन शहद से लेकर विरासत-समृद्ध 'पहाड़ी राजमा' तक। यह सुनिश्चित करते हुए कि हर एक चीज लचीलेपन और प्रामाणिकता की एक अनूठी कहानी रखती है।
उत्तराखंड की इस पहचान की चमक को दुनिया में बिखेरने के लिए सीएम धामी ने हाउस ऑफ हिमालयाज लॉन्च किया और अधिकारियों की एक टीम बनाई जो इस काम को अंजाम तक पहुँचाने में लगी है। धामी सरकार के इस कदम से स्थायी आजीविका को बढ़ाया जाएगा, साथ ही शहरी प्रवास को भी कम किया जाएगा।अधिकारियों का कहना है कि यह पहल सिर्फ एक व्यावसायिक उद्यम नहीं है, इसे ग्रामीण अर्थव्यवस्था को मजबूत करने के लिए डिज़ाइन किया गया है। डायरेक्ट-टू-कंज्यूमर मॉडल को अपनाकर, एचओएच ने अमेज़ॅन कारीगर जैसे ई-कॉमर्स प्लेटफॉर्म के साथ साझेदारी की है, जिससे दुनिया भर के उपभोक्ताओं को इन प्रीमियम उत्पादों तक पहुँचने की अनुमति मिलती है।
इस ब्रांड ने अपनी पहचान बनाने के लिए अंतरराष्ट्रीय व्यापार मेलों में भाग लेना शुरू कर दिया है। दिल्ली के एयरपोर्ट पर भी सामानों की उपस्थिति दर्ज करवाई गई है। लुलु सुपरमार्केट में भी उत्तराखंड की उपस्थिति दर्ज करवाई गई है। स्पाइस बोर्ड ऑफ इंडिया और इंडियन इंस्टीट्यूट ऑफ पैकेजिंग के साथ भी समझौता कर लिया गया है।