बिहार में जहरीली शराब का कहर, सिवान-सारण मेंअब तक 25 मौतें
बिहार के सिवान और सारण जिलों में जहरीली शराब पीने से 25 लोगों की मौत हो गई, जबकि कई अन्य अस्पताल में भर्ती हैं। सरकार ने इस त्रासदी की जांच के लिए एसआईटी गठित की है। ग्रामीणों का आरोप है कि शराबबंदी के बावजूद अवैध शराब का कारोबार जारी है, जिससे लगातार ऐसी घटनाएं हो रही हैं।
बिहार के सिवान और सारण जिलों में जहरीली शराब पीने से अब तक 25 लोगों की मौत हो चुकी है, जबकि कई अस्पताल में भर्ती हैं। इस भयावह घटना ने राज्य में कोहराम मचा दिया है। स्थानीय अधिकारियों के अनुसार, मृतकों ने कथित तौर पर मंगलवार रात शराब का सेवन किया, जिसके बाद उनकी तबियत बिगड़ी। मामले की गंभीरता को देखते हुए बिहार सरकार ने एसआईटी का गठन कर दिया है, जो इस पूरे मामले की जांच करेगी।
जहरीली शराब ने ले ली जान
घटना की जानकारी सिवान के डीएम मुकुल कुमार गुप्ता ने दी, जिन्होंने बताया कि बुधवार सुबह मगहर और औरिया पंचायतों में रहस्यमय परिस्थितियों में कई लोगों की मौत की सूचना मिली। तत्काल अधिकारियों की टीम मौके पर पहुंची और प्रभावित लोगों को इलाज के लिए अस्पताल भेजा गया। ग्रामीणों का कहना है कि यह त्रासदी जहरीली शराब पीने के कारण हुई है। इसके बाद से राज्य में हड़कंप मच गया है, क्योंकि बिहार में अप्रैल 2016 से शराब की बिक्री और सेवन पर पूर्ण प्रतिबंध है। बावजूद इसके, अवैध शराब का कारोबार लगातार जारी है और इससे जुड़े मामले पहले भी सामने आ चुके हैं।
सरकार ने इस घटना के बाद कड़ी कार्रवाई के संकेत दिए हैं। मद्य निषेध और उत्पाद शुल्क विभाग की एक विशेष टीम भी जांच के लिए पहुंची है। स्थानीय थानों के अधिकारियों और दो चौकीदारों को इस घटना के बाद निलंबित कर दिया गया है। राज्य सरकार ने हाल ही में यह स्वीकार किया था कि अप्रैल 2016 के शराबबंदी के बाद से अब तक 150 से ज्यादा लोगों की मौत अवैध शराब के सेवन से हो चुकी है। इसके बावजूद अवैध शराब की तस्करी और सेवन के मामले लगातार सामने आते रहे हैं।
यह घटना राज्य में अवैध शराब के खतरनाक प्रभाव को उजागर करती है। सरकार द्वारा की जा रही कार्रवाई के बावजूद इस तरह की घटनाओं का होना चिंता का विषय है। अब देखना होगा कि एसआईटी की जांच क्या खुलासे करती है और दोषियों पर क्या कार्रवाई की जाती है।