छठ त्योहार के गीतों में शारदा सिन्हा की आवाज एक अलग सा माहौल बनाती थी: लालू प्रसाद यादव
मशहूर लोक गायिका शारदा सिन्हा का मंगलवार रात देहांत हो गया। राष्ट्रीय जनता दल सुप्रीमो एवं बिहार के पूर्व मुख्यमंत्री लालू प्रसाद यादव ने उनके निधन को बिहार के लिए बहुत बड़ी क्षति बताया।
राजद सुप्रीमो लालू यादव ने पत्रकारों से बात करते हुए शारदा सिन्हा के निधन पर दुख प्रकट किया। उन्होंने कहा, “शारदा सिन्हा जी का देहांत छठ के अवसर पर ही हो गया। छठ त्योहार के गीतों में उनकी आवाज एक अलग सा माहौल बनाती थी।”
लालू यादव ने आगे कहा कि, “शारदा सिन्हा को सारा परिवार सुनता था और उनका आदर करता था। सूर्य भगवान से प्रार्थना करता हूं कि वो शारदा सिन्हा की आत्मा को शांति प्रदान करें। जितने भी उनके श्रोता हैं, उनको दुख सहने की शक्ति दें।”
लालू यादव ने सभी को छठ की शुभकामनाएं दी और कहा कि, “शारदा सिन्हा का हमारे बीच नहीं रहना बिहार के लिए बहुत बड़ी क्षति है।”
बता दें कि मशहूर लोक गायिका शारदा सिन्हा का मंगलवार की रात निधन हो गया। वह 72 साल की थीं। कुछ दिन पहले बीमारी के चलते उन्हें दिल्ली के एम्स में भर्ती कराया गया था। सोमवार (4 नवंबर) को तबीयत बिगड़ने पर उन्हें वेंटीलेटर पर शिफ्ट कर दिया गया था। बेटे अंशुमन ने उनका हेल्थ अपडेट सोशल मीडिया के जरिए फैंस तक पहुंचा रहे थे। निधन की खबर भी उन्होंने साझा की।
शारदा सिन्हा के पुत्र अंशुमन सिन्हा ने मंगलवार शाम सोशल मीडिया प्लेटफार्म फेसबुक पर दुखद खबर सुनाई। उन्होंने बताया , "आप सब की प्रार्थना और प्यार हमेशा मां के साथ रहेंगे। मां को छठी मइया ने अपने पास बुला लिया है। मां अब शारीरिक रूप में हम सब के बीच नहीं रहीं।"
पद्म भूषण से सम्मानित 72 वर्षीय शारदा सिन्हा मैथिली और भोजपुरी गानों का जाना पहचाना नाम थीं। उनके चर्चित गानों में 'विवाह गीत' और 'छठ गीत' शामिल हैं। गीत-संगीत में उनके योगदान के लिए उन्हें पद्मश्री और पद्म विभूषण से भी सम्मानित किया गया है।
Input: IANS