सीसामऊ सीट पर सपा का दबदबा कायम, सपा कैंडिडेट नसीम सोलंकी ने बीजेपी के सुरेश अवस्थी को हराया
यूपी की 9 विधानसभा सीटों पर हुए उपचुनाव की काउंटिंग जारी है। इनमें कानपुर की सीसामऊ सीट के नतीजे सामने आ गए हैं। यहां समाजवादी पार्टी की प्रत्याशी नसीम सोलंकी ने 8629 मतों से जीत दर्ज की है। बता दें कि नसीम सोलंकी के पति इरफान सोलंकी के जेल जाने के बाद विधायकी चली गई थी। जिसकी वजह से इस सीट पर उपचुनाव हुआ। नसीम सोलंकी का आंसू वाला दांव काम कर गया। दरअसल, अधिकतर चुनाव प्रचार-प्रसार में नसीम सोलंकी ने वोटरों को इमोशनली जोड़ने की कोशिश की। पति के जेल जाने के बाद घर से निकली नसीम के आंसू ने वोटरों को भावुक कर दिया। सपा प्रत्याशी से मिली हार के बाद बीजेपी के प्रत्याशी सुरेश अवस्थी का बयान सामने आया है। उन्हें अपनी हार पर अंदर भीतरघात की बात कही। इसके साथ उन्होंने कहा " हिंदू वोटर बंटा न होता,तो हमारी जीत होती।
सीसामऊ में चल गया सपा का जादू नसीम सोलंकी ने मारी बाजी
कानपुर की सीसामऊ विधानसभा सीट पर हुए उपचुनाव में 20 राउंडिंग की मतगणना हुई। इनमें सपा उम्मीदवार नसीम सोलंकी को 69,714 वोट मिले। बीजेपी के सुरेश अवस्थी को 61,150 वोट मिले। नसीम 8629 वोटों से जीत दर्ज करने में कामयाब हुई। वह पहली बार चुनाव लड़ी और जीत हासिल करने में कामयाब रहीं। सपा प्रत्याशी शुरुआत से ही बढ़त बनाने में कामयाब रही। बता दें कि इस सीट पर 49.6 प्रतिशत का मतदान हुआ था। जो पिछले 12 साल से काफी कम रहा।
जीत के बाद क्या बोली सपा प्रत्याशी नसीम सोलंकी?
सीसामऊ सीट से जीत के बाद नसीम सोलंकी ने भास्कर को दिए इंटरव्यू में कहा कि, "सीसामऊ की जनता ने मेरे साथ इंसाफ किया है। सबसे पहले अपने पति से मुलाकात करने जाऊंगी। कल रविवार है, मुलाकात नहीं हो सकती। लेकिन कल यहां से महाराजगंज जाऊंगी। पुलिस और प्रशासन की दखल न होती। तो यह जीत और बड़ी होती। मैं 8 से 8500 हजार वोटों से जीती हूं। यह आंकड़ा 28,000 वोटों का होता।"
हार के बाद क्या बोले बीजेपी प्रत्याशी सुरेश अवस्थी?
बता दें कि आज सुबह जब काउंटिंग शुरू हुई। उसके थोड़ी देर बाद ही बीजेपी प्रत्याशी सुरेश अवस्थी ने अपनी हार मान ली थी। शुरुआत से ही वह पीछे चल रहे थे। हालांकि बीच में उन्होंने बढ़त भी बनाई थी। लेकिन कहीं ना कहीं मन में यह चल रहा था कि यहां से जीत हासिल करना मुश्किल है। अपनी हार के बाद सुरेश अवस्थी ने कहा, "भीतरघात ने उन्हें हराया है, हिंदू अगर न बंटता, तो हमारी जीत होती।" जानकारी के लिए बता दें कि सुरेश अवस्थी तीसरी बार चुनाव हारे हैं।