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दिल्ली के हालात बद से बदतर हुए, केंद्र सरकार द्वारा गैस चैंबर से कृत्रिम बारिश कराए जाने की मांग

दिल्ली सरकार के पर्यावरण मंत्री गोपाल राय ने केंद्रीय पर्यावरण मंत्री से कृत्रिम बारिश कराए जाने की मांग की है। बता दें कि दिल्ली के हालात लगातार बिगड़ते जा रहे हैं। वही वायु गुणवत्ता लेवल खराब होने की वजह से सरकार ने ग्रेडेड रिस्पॉन्स एक्शन GRAP-4 लागू कर दिया है।
दिल्ली के हालात बद से बदतर हुए, केंद्र सरकार द्वारा गैस चैंबर से कृत्रिम बारिश कराए जाने की मांग

देश की राजधानी दिल्ली और उत्तर भारत की हालात दिन--दिन बिगड़ती जा रही है। जहरीली हवा से हर किसी का दम घुट रहा है। अस्थमा और दिल से जुड़े मरीजों की हालात काफी ज्यादा खराब है। दिल्ली के बिगड़ते हालात को देखते हुए। दिल्ली सरकार के मंत्री गोपाल राय ने केंद्र सरकार से बड़ी मदद मांगी है। उन्होंने केंद्र सरकार को पत्र लिखकर कृत्रिम बारिश कराए जाने की मांग की है। इस पत्र में उन्होंने प्रधानमंत्री मोदी से भी हस्तक्षेप की मांग की है। इसके साथ केंद्रीय पर्यावरण मंत्री पर निशाना साधा है। 

दिल्ली के बिगड़ते हालात को देखते हुए कृत्रिम बारिश कराई जाएगी 

दिल्ली-एनसीआर में हालात काफी ज्यादा गंभीर है। वायु गुणवत्ता के संकट से हर साल जूझ रही देश की राजधानी दिल्ली इस बार भी इसकी चपेट में आया है। लगातार बिगड़ते हालात को देखते हुए दिल्ली सरकार के पर्यावरण मंत्री गोपाल राय ने केंद्र सरकार से गैस चैंबर से कृत्रिम बारिश कराए जाने की मांग की है। उन्होंने केंद्रीय पर्यावरण मंत्री भूपेंद्र यादव को पत्र लिखकर कहा है कि, "दिल्ली में प्रदूषण बेहद गंभीर श्रेणी में है। इससे निपटने के लिए कृत्रिम बारिश कराए जाने की जरूरत है। इस समय उत्तर भारत स्मॉग की परतों से लिपटा हुआ है। आर्टिफिशियल रेन ही इस स्मॉग से पीछा छुड़ाने का एकमात्र साधन है। इस स्मॉग से उत्तर भारत का दम घुट रहा है"

पीएम मोदी से हस्तक्षेप की मांग की 

दिल्ली सरकार के पर्यावरण मंत्री गोपाल राय ने प्रधानमंत्री मोदी से भी इसमें हस्तक्षेप करने की मांग की। गोपाल राय का कहना है कि दिल्ली में प्रदूषण को लेकर राजनीति की जा रही है। केंद्र सरकार क्लाउड सीटिंग पर बैठक नहीं कर रही है। ऑड ईवन पर चर्चा जारी है। 

केंद्रीय पर्यावरण मंत्री भूपेंद्र यादव पर साधा निशाना 

गोपाल राय ने केंद्रीय पर्यावरण मंत्री भूपेंद्र यादव पर निशाना साधते हुए कहा कि "दिल्ली सरकार की अपील पर ध्यान नहीं दिया जा रहा है। मैंने केंद्रीय पर्यावरण मंत्री को 4 पत्र लिखें। इनमें अगस्त,सितंबर,अक्टूबर 19 नवंबर को पत्र लिखें। लेकिन इसके बावजूद केंद्रीय पर्यावरण मंत्री ने आर्टिफिशियल रेन पर कोई बैठक नहीं बुलाई। हमें दिल्ली में इस धुंध की चादर को जल्द से जल्द हटाना होगा। 

GRAP-4 में चल रही दिल्ली की वायु गुणवत्ता

दिल्ली और उत्तर भारत इस समय वायु गुणवत्ता के सबसे गंभीर हालात से जूझ रहा है। इनमें 4 श्रेणी होते हैं। सबसे पहली श्रेणी GRAP-1 और सबसे गंभीर श्रेणी GRAP-4 होता है। इनमें वायु गुणवत्ता GRAP-1 में (201-300) तक खराबGRAP-2 (301-400) बहुत खराब, GRAP-3 (401-450) गंभीर और GRAP-4 (450 से ज्यादा) बहुत गंभीर है। दिल्ली और उत्तर भारत की वर्तमान हालात GRAP-4 बहुत गंभीर है। यही वजह है कि आम जनजीवन पूरी तरीके से प्रभावित हो रखा है। वहां के लोगों को सांस लेने में तकलीफ हो रही है। अस्पतालों में मरीज लगातार भर्ती हो रहे हैं। सरकार ने आज से GRAP-4 लागू कर दिया है। बता दें कि दिल्ली और उत्तर भारत की हालात 6 अक्टूबर से खराब होनी शुरू हुई थी। डेढ़ महीने के अंदर लगातार खराब हो रही वायु गुणवत्ता GRAP-1 से GRAP-4 तक पहुंच गई है।

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