देवभूमि में फिर गरजा ‘पीला पंजा’, अवैध मजार को आधे घंटे में ही मिट्टी में मिला दिया !

उत्तराखंड सरकार अवैध मजारों के खिलाफ अभियान चला रही है। हाल ही में हरिद्वार के सुमन नगर इलाके में सिंचाई विभाग की जमीन पर बने अवैध मजार के खिलाफ प्रशासन ने नोटिस जारी किया था, और जब नोटिस की मियाद खत्म हो गई, तब प्रशासन ने बुलडोजर से कार्रवाई की। इस कार्रवाई के दौरान भारी संख्या में पुलिस बल भी तैनात था ताकि किसी भी तरह के विरोध को तुरंत निपटाया जा सके।
मज़ेदार बात यह थी कि इस अवैध मजार को गिराने के वक्त वहां कोई खादिम मौजूद नहीं था। इस कार्रवाई के बाद सोशल मीडिया पर विभिन्न प्रतिक्रियाएं देखने को मिलीं। कई यूज़र्स ने इसे योगी आदित्यनाथ के तरीके से जोड़ा, तो कुछ ने धामी सरकार की तारीफ भी की।
एक्स यूजर ने लिखा, "उत्तराखंड के हरिद्वार में अवैध मजार को कुर्बान कर दिया, धामी जी भी योगी जी की राह पर चल रहे हैं।" वहीं, विश्व हिंदू परिषद की नेता साध्वी प्राची ने लिखा, "हरिद्वार जिले में मदरसों पर कार्रवाई के बाद गुरुवार सुबह सुमन नगर क्षेत्र में बनी अवैध मजार को धाकड़ धामी के बुलडोजर ने ध्वस्त करना शुरू कर दिया।"
प्रियंका नाम के एक यूजर ने लिखा, "उत्तराखंड के हरिद्वार में अवैध मजार को ध्वस्त कर दिया गया।"
राजा चौधरी नाम के एक सोशल मीडिया यूजर ने लिखा, "उत्तराखंड के हरिद्वार में अवैध मजार को ध्वस्त कर दिया गया, धामी जी भी सफाचट करके ही मानेंगे।"
अवैध मजारों के खिलाफ धामी सरकार के एक्शन को लेकर सोशल मीडिया पर कुछ इसी तरह के रिएक्शन आ रहे हैं। कोई इसे योगी सरकार से जोड़ रहा है तो कोई धामी सरकार की तारीफ कर रहा है।
अवैध मदरसों पर भी हो रही कार्रवाई
अवैध मजारों के साथ ही अवैध मदरसों के खिलाफ भी उत्तराखंड सरकार ताबड़तोड़ कार्रवाई कर रही है। और ये कार्रवाई फिलहाल लगता है रुकने वाली नहीं है। क्योंकि खुद सीएम धामी ने कुछ ही दिनों पहले एक न्यूज चैनल को दिये इंटरव्यू में बताया कि…
मदरसे भी अवैध रूप से चल रहे थे, उसमें पढ़ने वालों की पहचान छुपाई जा रही थी, कोई संदिग्ध है इस प्रकार के लोग उनमें किसी ना किसी तरह से रह रहे थे, उनकी खोजबीन शुरू की हमने सारे जिलाधिकारियों के माध्यम से, पुलिस के माध्यम से, जहां-जहां भी अवैध रूप से पाए गये उन्हें सील किया गया, उन्हें बंद किया गया और ये अभियान हमारा चलने वाला है क्योंकि देवभूमि की पवित्रता बनी रहनी चाहिए ये मैं ही नहीं चाहता देवभूमि उत्तराखंड के लोग तो चाहते ही हैं अगर पूरे देश के अंदर बात करेंगे तो सभी लोग कहेंगे कि अवैध अतिक्रमण है इसे हटाना चाहिए
सीएम धामी का ये बयान बता रहा है कि अवैध मदरसे हों या फिर अवैध मजार… जब तक उत्तराखंड में धामी सरकार है… कम से कम तब तक देवभूमि में कोई भी अवैध गतिविधियां नहीं चलने वाली है.