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छात्रों के आगे सरेंडर हुई यूपी सरकार! आयोग ने छात्रों की मांगें सुनी | आखिर दोनों के बीच कौन सी बातचीत हुई?

11 नवंबर से प्रयागराज में चल रहे छात्रों का विरोध-प्रदर्शन थम गया है।उत्तर प्रदेश लोक सेवा आयोग ने छात्रों की मांगों को सुन लिया है। अब UPPSC 2024 की परीक्षा 1 ही दिन और 1 ही पाली में कराई जाएगी। RO/ARO 2023 की परीक्षा टाल दी गई है। आयोग द्वारा कमेटी बनाकर सभी पहलुओं पर विचार करने के बाद अंतिम रिपोर्ट कमेटी द्वारा सौंपी जाएगी।
छात्रों के आगे सरेंडर हुई यूपी सरकार! आयोग ने छात्रों की मांगें सुनी | आखिर दोनों के बीच कौन सी बातचीत हुई?
यूपी के प्रयागराज जिले में 11 नवंबर से चल रहे छात्रों का विरोध-प्रदर्शन थम गया है। यूपी की योगी सरकार छात्रों के आगे सरेंडर करने पर मजबूर हो गई। 4 दिनों से चल रहे इस विरोध प्रदर्शन में छात्रों की जीत हुई है। आयोग ने छात्रों की मांगों को सुनते हुए कहा है कि अब UPPSC की परीक्षा एक ही दिन में कराई जाएगी। आयोग ने 2 दिन और 2 पाली में परीक्षा कराने के फैसले को वापस ले लिया है। हालांकि छात्र अभी भी अपनी मांगों को लेकर अड़े हुए हैं और उन्होंने सरकार पर "फूट डालो राज करो" का आरोप लगाया है। बता दें इस विरोध प्रदर्शन में कुल 20,000 से ज्यादा छात्र शामिल हुए। 

क्या कहा उत्तर-प्रदेश लोक सेवा आयोग ने ?


उत्तर-प्रदेश लोक सेवा आयोग की अध्यक्षता में हुई उच्चस्तरीय बैठक में एक बड़ा फैसला लिया गया है। आयोग के सचिव अशोक कुमार  दोपहर करीब 4 बजे बाहर आए और उन्होंने बताया कि "UPPSC की परीक्षा एक दिन में होगी"। वहीं RO/ARO 2023 की परीक्षा टाल दी गई है। आयोग द्वारा एक कमेटी बनाया जाएगा। जिसके बाद सभी पहलुओं पर विचार कर कमेटी अपनी रिपोर्ट सौंपेगी"। इस परीक्षा में नॉर्मलाइजेशन मेथड भी हट गया है 

आयोग के द्वारा मांगे सुनी जाने के बाद क्या बोले छात्र ?


आयोग के द्वारा फैसला सुनाए जाने के बाद छात्रों ने कहा कि "परीक्षा 1 दिन में आयोजित कराई जाएगी। लेकिन अभी तक कोई आधिकारिक जानकारी सामने नहीं आई है। परीक्षा नई तारीख पर होगी या फिर पहले वाली तारीख पर आयोजित कराई जाएगी। यह भी तय नहीं है। छात्रों का कहना है कि आयोग द्वारा एक बार आधिकारिक नोटिस जारी होने के बाद ही धरना-प्रदर्शन खत्म किया जाएगा।

प्रदर्शन कर रहे कई छात्र इस फैसले से अभी भी नाराज 


उत्तर-प्रदेश लोक सेवा आयोग द्वारा फैसला सुनाए जाने के बाद कई छात्र अब भी नाराज हैं। प्रदर्शन कर रहे छात्रों ने सरकार पर आरोप लगाया है कि "फूट डालो राज करो" की नीति के तहत यह फैसला सुनाया गया है। इसमें एक वर्ग को संतुष्ट और दूसरे को असंतुष्ट किया जा रहा है। जब तक RO/ARO का फैसला नहीं आ जाएगा। तब तक हम प्रदर्शन खत्म नहीं करेंगे। 

UPPSC और RO/ARO की दिसंबर में होनी थी परीक्षा 

 
बता दें कि UPPSC की परीक्षा 7 और 8 दिसंबर को 2 दिन में होनी थी। वहीं RO/ARO की परीक्षा 22 और 23 दिसंबर को होनी थी। लेकिन अब आयोग का फैसला आने के बात नई तारीखों का ऐलान किया जाएगा।

क्या है पूरा मामला ? 


दरअसल, उत्तर-प्रदेश लोकसभा आयोग ने पीसीएस प्रीलिम्स 2024 और आरओ/एआरओ की परीक्षा को 2 दिनों में 2 पाली में कराने की घोषणा की थी। जिसकी वजह से छात्र आयोग के इस फैसले का विरोध जाता रहे थे। छात्रों की मांग थी कि UPPSC 2024 और RO/ARO 2023 की परीक्षा 1 ही दिन में और 1 ही पाली में कराई जाए।

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