UP: Waqf Bill का विरोध भारी पड़ गया, 300 मुसलमानों को 2-2 लाख का नोटिस भेजा गया !

मुजफ्फरनगर में विरोध प्रदर्शन पर कार्रवाई
जिला मुजफ्फरनगर में यह विरोध करना उस वक्त भारी पड़ गया जब प्रशासन ने सैकड़ों नमाजियों को दो-दो लाख रुपये का नोटिस थमा दिया।
विरोध का कारण और प्रदर्शन
दरअसल विपक्ष के साथ-साथ कुछ मुसलमान भी वक्फ संशोधन बिल के खिलाफ लगातार विरोध प्रदर्शन कर रहे थे। लेकिन इसके बावजूद मोदी सरकार को वक्फ संशोधन बिल सदन से पास कराने से नहीं रोक पाए। अब तो सदन से पास होने के साथ ही राष्ट्रपति की मुहर भी लग गई और वक्फ संशोधन बिल कानून भी बन गया है।
मुजफ्फरनगर में हुई घटना
लेकिन जब यह कानून नहीं बना था, तभी से कुछ मुसलमान इसका विरोध कर रहे थे। इसी लिए हाथ पर काली पट्टी बांधकर ईद की नमाज भी पढ़ी और चार अप्रैल को जुमे की नमाज भी पढ़ी। लेकिन जिला मुजफ्फरनगर में करीब तीन सौ मुसलमानों को वक्फ बिल के विरोध में काली पट्टी बांधकर नमाज पढ़ना भारी पड़ गया। सिटी मजिस्ट्रेट ने नमाजियों को दो-दो लाख का नोटिस थमा दिया।
पुलिस की पुष्टि
वक्फ बिल के विरोध के नाम पर हाथ में काली पट्टी बांधकर नमाज करने पहुंचे नमाजियों को मिली नोटिस के मामले में मुजफ्फरनगर पुलिस ने भी पुष्टि की और बताया कि ऐसे तीन सौ से ज्यादा लोगों को चिन्हित किया गया है जिनसे शांति व्यवस्था को खतरा था।
नोटिस और पेशी का आदेश
काली पट्टी बांधकर वक्फ बिल का विरोध करने वाले तीन सौ नमाजियों को सिटी मजिस्ट्रेट ने दो-दो लाख का नोटिस थमाया है और उन्हें 16 अप्रैल को पेश होने का आदेश भी दिया है। मुजफ्फरनगर में हुई इस तगड़ी कार्रवाई के बाद पूरे यूपी में हड़कंप मचा हुआ है।
यूपी में अन्य जगहों पर भी हो सकती है कार्रवाई
क्योंकि ईद की नमाज हो या फिर जुमे की नमाज, बड़ी संख्या में मुसलमानों ने हाथ पर काली पट्टी बांधकर नमाज अदा की थी। ऐसे में मुजफ्फरनगर के बाद दूसरे जिलों में भी इस तरह की कार्रवाई देखने को मिल सकती है।
उजमा परवीन पर भी कार्रवाई
आपको बता दें इससे पहले राजधानी लखनऊ की रहने वाली उजमा परवीन को भी पुलिस ने दस लाख रुपये का नोटिस थमाया था। जिस पर बुरी तरह बौखलाईं कांग्रेस नेता उजमा परवीन ने योगी सरकार पर खूब भड़ास निकाली।
उजमा परवीन का बयान
उजमा परवीन इससे पहले भी सीएए विरोध के नाम पर प्रदर्शन कर चुकी हैं। यही वजह है कि पुलिस ने एहतियात के तौर पर उन्हें नोटिस थमा दिया, जिससे वक्फ कानून के विरोध के नाम पर सड़क घेरकर प्रदर्शन ना करें।