Mukhtar Ansari के घर गये Akhilesh Yadav पर भड़के CM Yogi, कहा- अगर कोई हिंदू...
जिस माफिया मुख्तार अंसारी पर हत्या लूट जैसे दर्जनों मुकदमें दर्ज थे। उस माफिया मुख्तार अंसारी की मौत के बाद दुख बांटने के लिए सपाई मुखिया अखिलेश यादव खुद उसके घर जाते हैं। और उसके भाई अफजाल अंसारी को गाजीपुर से चुनाव लड़ाते हैं। इसे अखिलेश का माफिया प्रेम ना कहा जाए। तो और क्या कहा जाए। मुख्तार अंसारी जैसे माफिया की चौखट लांघने वाले अखिलेश यादव को अब सूबे के सीएम योगी आदित्यनाथ ने मुंहतोड़ जवाब दिया है..!
इस उत्तर प्रदेश ने वो दौर भी देखा है। जब सरेआम सियासी पार्टियां मुख्तार अंसारी और अतीक अहमद जैसे माफियाओं को चुनाव लड़ाया करती थीं। और उन्हें सांसद या विधायक बनवाया करती थीं। तब शायद ही किसी ने ये सोचा होगा कि एक दिन ऐसा आएगा जब इसी यूपी में कोई भगवाधारी महंत आएगा। जो इन माफियाओं के साम्राज्य को मिट्टी में मिला देगा।
जिस यूपी में कभी माफियाओं को चुनाव लड़ाया जाता था। वही यूपी माफियाओं के लिए अब काल बन गया है। क्योंकि योगी आदित्यनाथ ने जबसे उत्तर प्रदेश की सत्ता संभाली है। गुंडे बदमाशों और माफियाओं के लिए दो ही जगह बची है। वो जगह कौन सी है। खुद सीएम योगी से सुन लीजिये।
साल 2017 में पहली बार यूपी की सत्ता संभालते ही सीएम योगी ने गुंडे बदमाशों और माफियाओं को चेतावनी दे दी थी। जो सुधर गये वो बच गये। और जो नहीं सुधरे। वो या तो जेल पहुंच गये। या फिर अपने कर्मों का फल भोगते भोगते जहन्नुम में पहुंच गये। फिर वो चाहे साल 2023 में मारा गया माफिया अतीक अहमद हो। या फिर साल 2024 में मारा गया माफिया मुख्तार अंसारी हो। एक तरफ जहां योगी सरकार ऐसे माफियाओं के लिए काल बनी हुई। तो वहीं दूसरी तरफ कभी यूपी की सत्ता संभालने वाले पूर्व सीएम अखिलेश यादव मुख्तार जैसे माफिया के मरने पर उसके घर जाकर दुख बांटते हैं।
जिस माफिया मुख्तार अंसारी पर हत्या लूट जैसे दर्जनों मुकदमें दर्ज थे। जिस मुख्तार अंसारी को कोई सालों तक जेल के अंदर अपने कर्मों का फल भुगतना पड़ा हो। उस माफिया मुख्तार अंसारी की मौत के बाद दुख बांटने के लिए सपाई मुखिया अखिलेश यादव खुद उसके घर जाते हैं। और उसके भाई अफजाल अंसारी को गाजीपुर से चुनाव लड़ाते हैं। इसे अखिलेश का माफिया प्रेम ना कहा जाए। तो और क्या कहा जाए। मुख्तार अंसारी जैसे माफिया की चौखट लांघने वाले अखिलेश यादव को अब सूबे के सीएम योगी आदित्यनाथ ने मुंहतोड़ जवाब दिया है।
मंगलवार को ही जिला बिजनौर के नगीना इलाके में चुनावी रैली करने पहुंचे सीएम योगी ने सपा के साथ साथ बसपा और कांग्रेस को भी निशाने पर लेते हुए कहा कि। सपा, बसपा व कांग्रेस के लोग माफियाओं और अपराधियों के घरों में जाकर फातिहा पढ़ते हैं, लेकिन अगर कोई निर्दोष हिंदू कहीं किसी दुर्घटना का शिकार हो जाता है तो इनके मुंह से संवेदना का एक शब्द नहीं निकलता है।
सीएम योगी ने अखिलेश यादव का नाम तो नहीं लिया। लेकिन ये बात पूरा देश जानता है कि वो अखिलेश यादव ही थे। जो माफिया मुख्तार अंसारी की मौत के बाद उसके घर दुख बांटने गये थे। इसी बात से समझ सकते हैं कि इस बार के लोकसभा चुनाव में एक तरफ जहां माफियाओं की मौत पर आंसू बहाने वाली समाजवादी पार्टी है। तो वहीं दूसरी तरफ माफियाओं के लिए काल बनी योगी सरकार है। अब ये यूपी की जनता को तय करना है कि वो इस बार किसका साथ देगी। माफिया मुख्तार की मौत पर दुखी होने वाले अखिलेश की सपा को। या फिर माफियाओं का साम्राज्य मिट्टी में मिलाने वाले योगी आदित्यनाथ की बीजेपी को। अपनी राय हमें कमेंट कर जरूर बताएं। साथ ही पश्चिमी यूपी में धुआंधार चुनाव प्रचार करने वाले सीएम योगी ने इस दौरा और क्या कुछ कहा आइये आपको सुनाते हैं।