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BIS Care App: अब आपके फ़ोन का चार्जर असली है या नकली, इस सरकारी ऐप से लगाएं पता

BIS Care App: सरकार ने एक ऐप बनाया है जिससे आप पता कर सकते है जो आप चार्जर इस्तेमाल कर रहे है वो असली है या नकली। सरकार इन हादसों को रोकने के लिए ही इस एप को लेकर आई है।
BIS Care App: अब आपके फ़ोन का चार्जर असली है या नकली, इस सरकारी ऐप से लगाएं पता
Photo by:  Google

BIS Care App: आज के वक्त में टाइप सी का रिचार्ज अब कॉमन हो चूका है। ऐसे में कोई भी कहीं से भी चार्जर खरीद के फ़ोन चार्ज कर सकता है। लेकिन ऐसा करना आपके लिए बेहद खतरनाक हो सकता है।  क्योकि नकली चार्जर फ़ोन में बलास्ट होने के कारण बन रहे है।इससे पहले भी कई सारे घटनाएं देखने को मिल चुकी है।इन घटनाओं से कई लोगो की जान भी जा चुकी है।इसी को देखते हुए सरकार ने एक ऐप बनाया है जिससे आप पता कर सकते है जो आप चार्जर इस्तेमाल कर रहे है वो असली है या नकली। सरकार इन हादसों को रोकने के लिए ही इस एप को लेकर आई है।आइए जानते है क्या है इस ऐप का नाम और कैसे करते है इस्तेमाल ...

BIS Care App क्या है ? (BIS Care App)

 BIS यानी ब्यूरो ऑफ़ इंडियन स्टैण्डर्ड ऐप भारत सरकार के मिनिस्टरी ऑफर कंस्यूमर अफेयर, फ़ूड एन्ड पब्लिक डिस्ट्रीब्यूशन के तहत काम करता है।BIS भारत में बिकने वाली चीजों की क्वालिटी को चेक कर सर्टिफिकेशन देने वाली संस्था है। इस ऐप से आप अपनी डिजिटल चीजों को चेक कर पता कर सकती है की ये असली है या नकली है।इसके साथ ही आप BIS Care App को आप हर एक मोबाइल फ़ोन में डाउनलोड कर सकते है।वहीं साथ ही एंड्राइड के साथ iOS में भी उपलब्ध है।  

ऐसे करें असली नकली का पता (BIS Care App)

  1. सबसे पहले आपको अपने फ़ोन iOS या फिर एंड्राइड BIS Care App को डाउनलोड करना होगा।  
  2. फिर इसके बाद आपको अपने फ़ोन को ओपन करना होगा , और Verify No under CRS टैप करना होगा। 
  3. फिर इसके बाद आपको २ ऑप्शन दिखेंगे, फिर आप चाहे, तो प्रोडक्ट रजिस्ट्रेशन नंबर या फिर प्रोडक्ट क्यूआर कोड स्कैन करके असली नकली का पहचान कर सकते है।  
  4. फिर इसके बाद आपको चार्जर के नाम, प्रोडक्ट केटेगरी , किस देश में चार्जर बना है , इंडियन स्टैण्डर्ड नंबर और मॉडल चेक  पाएंगे।  

ऐसे सर्च करें रजिस्ट्रेशन नंबर (BIS Care App)

वहीं आपको बता दें , जब भी आप नया चार्जर खरीदते हैं ,तो उस पर प्रोडक्ट नंबर और क्यूआर कॉर्ड दोनों दर्ज रहते है।  अगर ऐसा नहीं है, तो पहली नजर में किया जा सकता है , की चार्जर नकली है।  इसके अलावा चार्जर की खरीद रसीद पर भी रजिस्ट्रशन नंबर दर्ज रहता है।  

 

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