सावधान! ठगों ने PhonePe और Google Pay जैसे बनाए नकली ऐप्स, जानें कैसे करें पहचान?

PhonePe and Google Pay: आजकल के डिजिटल युग में ऑनलाइन पेमेंट ऐप्स का उपयोग हर किसी की जिंदगी का हिस्सा बन चुका है। PhonePe, Google Pay, Paytm जैसे ऐप्स ने हमें डिजिटल ट्रांजेक्शंस में मदद दी है, लेकिन ठगों ने इन ऐप्स का फायदा उठाकर नकली वर्जन बना डाले हैं। ऐसे नकली ऐप्स से आपके पैसे और निजी जानकारी का नुकसान हो सकता है। इन नकली ऐप्स को पहचानना जरूरी है, ताकि आप सुरक्षित रूप से ऑनलाइन ट्रांजेक्शन कर सकें।
नकली ऐप्स क्या हैं?
नकली ऐप्स असल ऐप्स के जैसे दिखते हैं लेकिन उनका उद्देश्य केवल आपके पैसे चुराना होता है। ये ऐप्स बहुत ही अच्छी तरह से डिज़ाइन किए जाते हैं, और इन्हें वास्तविक ऐप्स के जैसे दिखने के लिए हर एक डिटेल पर ध्यान दिया जाता है। इन ऐप्स में आमतौर पर वही रंग, लोगो, और डिज़ाइन होता है जैसा असली ऐप्स में होता है। ये ऐप्स Google Play Store और अन्य ऐप स्टोर्स पर उपलब्ध हो सकते हैं, लेकिन इनकी असलियत को पहचानना आसान नहीं होता।
नकली ऐप्स की पहचान कैसे करें?
डेवलपर नाम पर ध्यान दें
असली ऐप्स के डेवलपर्स का नाम हमेशा साफ और प्रमाणित होता है। यदि आप किसी ऐप को डाउनलोड करते हैं और डेवलपर का नाम संदिग्ध या सामान्य है, तो यह एक चेतावनी का संकेत हो सकता है। उदाहरण के लिए, Google Pay और PhonePe के असली ऐप्स के डेवलपर के नाम स्पष्ट होते हैं, जैसे "Google LLC" और "PhonePe Private Limited"। अगर डेवलपर का नाम इससे मेल नहीं खाता तो ऐप को डाउनलोड ना करें।
ऐप की रेटिंग और रिव्यू चेक करें
ऐप्स की रेटिंग और रिव्यू से भी आपको यह समझने में मदद मिल सकती है कि ऐप असली है या नहीं। असली ऐप्स की रेटिंग बहुत अच्छी होती है और रिव्यू में अधिकतर लोग ऐप की तारीफ करते हैं। यदि ऐप की रेटिंग बहुत कम या एक जैसी रिव्यू हैं, तो यह एक संकेत हो सकता है कि यह ऐप नकली है।
डाउनलोड स्रोत पर ध्यान दें
असली ऐप्स हमेशा गूगल प्ले स्टोर या ऐपल ऐप स्टोर जैसी विश्वसनीय जगहों से डाउनलोड किए जाते हैं। अगर आप किसी ऐप को किसी थर्ड पार्टी वेबसाइट से डाउनलोड करते हैं, तो उसके नकली होने की संभावना बहुत बढ़ जाती है। यह सुनिश्चित करें कि आप ऐप को केवल आधिकारिक ऐप स्टोर से ही डाउनलोड करें।
अलर्ट और पॉप-अप्स पर ध्यान दें
नकली ऐप्स में अक्सर बिना पूछे पॉप-अप्स और अलर्ट होते हैं, जो आपके डेटा को चुराने का प्रयास करते हैं। यदि आपको किसी ऐप में अनचाहे पॉप-अप्स या विज्ञापन दिखाई दे रहे हैं, तो इसका मतलब हो सकता है कि यह ऐप असली नहीं है।
फ़ीचर और UI पर ध्यान दें
असली ऐप्स का इंटरफ़ेस (UI) बहुत साफ-सुथरा और यूजर फ्रेंडली होता है। यदि आपको ऐप में कोई भी असामान्य डिजाइन या खराब गुणवत्ता वाला इंटरफ़ेस दिखाई दे, तो यह संभावना हो सकती है कि यह एक नकली ऐप है। इसके अलावा, नकली ऐप्स में अक्सर फ़ीचर्स की कमी होती है, या ऐप के भीतर कुछ फ़ीचर्स ठीक से काम नहीं करते
पर्मिशन चेक करें
जब भी आप कोई ऐप इंस्टॉल करते हैं, तो ऐप आपको कुछ पर्मिशन माँगता है जैसे कि कैमरा, माइक्रोफोन, गैलरी आदि। यदि ऐप बहुत अधिक पर्मिशन मांग रहा है, जो उसकी कार्यक्षमता के लिए आवश्यक नहीं हैं, तो इसका मतलब यह हो सकता है कि यह ऐप आपकी जानकारी चुराने की कोशिश कर रहा है। असली भुगतान ऐप्स में केवल वही पर्मिशन होती हैं, जो ऐप के मुख्य कार्यों के लिए जरूरी होती हैं।
बैंक डिटेल्स की मांग
कोई भी असली पेमेंट ऐप किसी भी ग्राहक से सीधे बैंक डिटेल्स मांगने का काम नहीं करता है। अगर ऐप किसी भी तरीके से आपकी बैंक डिटेल्स या OTP की मांग करता है, तो यह एक बड़ा संकेत है कि ऐप नकली है और इसका उद्देश्य केवल धोखाधड़ी करना है।
अगर आपने गलती से नकली ऐप डाउनलोड कर लिया हो, तो क्या करें?
इंस्टॉल करें और ऐप को डिलीट करें: सबसे पहला कदम है ऐप को तुरंत डिलीट करना और यदि संभव हो तो अपने फोन का पासवर्ड या पिन बदलना।
बैंक को सूचित करें: अगर आपने अपनी बैंक डिटेल्स या OTP किसी ऐप को दे दिया है, तो अपने बैंक से संपर्क करें और उनसे अपनी अकाउंट सुरक्षा बढ़ाने के लिए कहें।
एंटीवायरस ऐप्स का उपयोग करें: अपने फोन पर एक अच्छा एंटीवायरस इंस्टॉल करें और ऐप्स की जांच करें ताकि कोई और खतरनाक ऐप आपके फोन में ना हो।
पुलिस से शिकायत करें: अगर आपको लगता है कि आपका डेटा या पैसा चोरी हो गया है, तो इसकी रिपोर्ट पुलिस में दर्ज करें।
नकली ऐप्स का खतरा लगातार बढ़ रहा है, और इनसे बचाव के लिए आपको सतर्क रहना चाहिए। PhonePe और Google Pay जैसे ऐप्स की नकल करने वाले इन धोखाधड़ी ऐप्स से बचने के लिए आपको इनकी पहचान करने की क्षमता विकसित करनी चाहिए। हमेशा विश्वसनीय स्रोतों से ऐप डाउनलोड करें और किसी भी संदिग्ध गतिविधि पर तुरंत ध्यान दें। इस प्रकार, आप डिजिटल ट्रांजेक्शंस में सुरक्षित रह सकते हैं ।