Delhi Workers Wages: आतिशी के सत्ता संभालते ही दिल्ली वालों की हुई बल्ले -बल्ले, इन लोगो के बढ़े वेतन
Delhi Workers Wages: आतिशी के सत्ता सँभालते ही दिल्ली वासियों के आए मजे। बीते शनिवार (21 सितंबर ) को आतिशी मर्लेना अपने मंत्रिमंडल के साथ राष्ट्रीय राजधानी की 8 वीं मुख्यमंत्री के रूप में शपथ ले ली थी। मुख्यमंत्री का पद सँभालते ही आतिशी ने दिल्ली में काम करने वाले लोगो को खुश कर दिया है। आतिशी ने आम आदमी पार्टी से भले चुनाव लड़ी लेकिन मुख्यमंत्री की गद्दी सँभालते ही दिल्ली वासियो के भविष्य का सोचने लगी।
दरअसल ,आतिशी ने बुधवार को असंगठित क्षेत्र के अकुशल श्रमिकों के लिए 18 ,066 , अर्ध कुशल के लिए 19 ,929 रूपये और कुशल श्रमिकों के लिए 21 ,917 रूपये वेतन की घोषणा की थी। आइए जानते है इस खबर को विस्तार से ,......
दिल्ली में न्यूनतम वेतनमान सबसे ज्यादा (Delhi Workers Wages)
उन्होंने बीजेपी को गरीब विरोधी बताते हुए टिप्पणी की है की वो आप राज्य के श्रमिकों को न्यूनतम वेतन बहुत कम देती है। दिल्ली में भी श्रमिकों के न्यूनतम बढ़ाने के फैसले पर भी रोक लगाने के लिए भी बहुत प्रयास किये है। दिल्ली में एक बार फिर सरकार न्यूनतम वेतन बढ़ाने के लिए फैसला लिया है।आतिशी ने आगे कहते हुए कहा की 2013 में पहले भी केजरीवाल की सरकार की बनने से पहले दिल्ली में अकुशल श्रमिकों का न्यनूतम वेतन मात्र 7722 रूपये ,अर्धकुशकल श्रमिकों का 8528 रूपये ,और कुशल श्रमिकों का मात्र 9388 रूपये है।
दिल्ली के मुख्यमंत्री आतिशी ने बीजेपी शासित राज्यों में न्यूनतम वेतन के आकड़े साझा करते हुए कहा है की दिल्ली एक अकुशल श्रमिकों का न्यूनतम वेतन 18 ,000 रूपये से अधिक है। तो वहीं राजस्थान में अकुशल श्रमिकों का न्यूनतम वेतन के आकड़े साझा करते हुए कहा है की दिल्ली में अकुशल श्रमिकों का न्यूनतम वेतन 18000 रूपये से अधिक है। तो वहीं राजस्थान में अकुशल श्रमिकों का न्यूनतम वेतन 8 ,063 ,मध्य प्रदेश में 10 हजार रूपये , उत्तर प्रदेश 8300 रूपये ,हरियाणा में 10 हजार रूपये और छत्तीसगढ़ में 10 , 900 रूपये
सबको सम्मानजनक जीवन देनी पहली प्रथिमकता (Delhi Workers Wages)
दिल्ली की मुख़्यमंत्री आतिशी ने कहा की दिल्ली सरकार ने 10 सालो में अरविन्द केजरीवाल के नेतृत्व में दिल्ली के आम लोगो को सम्मानजनक जीवन दिया है। यह हमारी पहली प्राथिमकता है। आने वालो चार महीने में भी हम इसी तरह काम करते रहेंगे। पिछले 10 साल से दिल्ली की आम आदमी पार्टी की सरकार ने दिल्ली के आम लोगो को एक बेहतर जिंदगी देने के लिए सरकार चलाई। चाहे वो 24 घंटे बिजली हो।
देश में सबसे सस्ती बिजली हो। शानदार सरकारी स्कूल हो, मोहल्ला क्लिनिक और फ्री टेस्ट में दवाइया हो ,वर्ल्ड क्लास अस्पताल बनाकर फ्री इलाज भी देना होगा। बुजुर्गो को फ्री तीर्थ यात्रा करवानी हो या फिर महिलाओ को फ्री बस सेवा हो। इन सबके अलावा ,दिल्ली सरकार ने एक ऐसा ऐतहासिक काम किया है, जो देशभर में अभी तक नहीं हो सका। और अब आतिशी की सरकार बनते ही उन्होंने ऐसा काम कर दिखाया जो अभी तक शायद किसी ने नहीं किया था , दिल्ली में श्रमिकों के ज्यादा न्यूनतम वेतन।
बीजेपी है गरीब विरोधी पार्टी (Delhi Workers Wages)
केजरीवाल ने बीजेपी पर लगाए गंभीर आरोप।उन्होंने कहा बीजेपी हमेशा गरीब विरोधी काम किया है। जब 2016 - 17 में दिल्ली में अरविन्द केजरीवाल की सरकार ने न्यूनतम वेतन बढ़ाने की बात की तो बीजेपी ने अपने एलजी के माध्यम से उसे रोका। उस समय अरविन्द केजरीवाल की सरकार कोर्ट से आर्डर लेकर आयी और न्यूनतम वेतन बढ़ाना शुरू कर दिया है। उसमे प्रवधान डाला है जिस तरह सरकारी अफसरो का साल में दो बार डीए लगने से वेतन बढ़ता है।