Gov Yojana: सरकार ने कामकाजी महिलाओं को दी मां बनने पर इतने दिन की छुट्टी, जानें इसके नियम और शर्त
Gov Yojana: केंद्र सरकार हो या राज्य सरकार हर कोई अपने नागरिकों के लिए तरह तरह की योजना लेकर आती रहती है। सरकार महिलाओं की आर्थिक रूप से मजबूत और जरूरतों के हिसाब से भी कई योजना चलाती है। कुछ ही दिनों पहले ओड़िशा में पीएम मोदी ने महिलाओं के हित में बड़ा ऐलान किया है। वैसे तो पीएम मोदी महिलाओं की सशक्तिकरण को बढ़ावा देने के लिए उठाती है बड़े कदम। सरकार ने सेरोगेंसी के जरिए माता -पिता बनने वाले कर्मचारियों को मेटरनिटी लीव देने की घोषणा की है।
सरकार की इस घोषणा के बाद महिला कर्मचारियों को 180 दिन का लीव दिया जाएगा।सरकार ने इस ऐलान में सिर्फ महिलाओं को ही नहीं पुरषो को भी 15 दिन की लीव देने की घोषणा की है। आइए जानते है इस खबर को विस्तार में .......
योजना के तहत ये है नियम और शर्ते (Gov Yojana)
सरकार की इस घोषणा के मुताबिक, अगर कोई महिला सेरोगेंसी के माध्यम से माँ बनने वाली महिला राज्य कर्मचारी, जिन्हे कमिशिंग मदर कहा जाता है। वो महिलाएं अब 180 दिन की पात्र बन गई है। इसके साथ ही राज्य सरकार की कोई भी महिला कर्मचारी, जिसके दो से कम बच्चे हो वो महिलाये सेरोगेंसी से माँ बनती है तो उन्हें इस सुविधा का लाभ मिलता है। वहीं इसके साथ ही पुरुष कर्मचारी भी अगर सेरोगेंसी के जरिये पिता बाटे है तो उनको भी 15 दिन की लीव दी जायेगी। इस बात का ध्यान रखे, अगर अपने ये छुट्टी बच्चे के पैदा होने के 6 महीनें के अंदर नहीं ली तो आपकी छुट्टी अमान्य हो जायेगी।
इस सुविधा को केंद्र सरकार पहले से ही देते आ रही है (Gov Yojana)
केंद्र सरकार पहले से ही ये सुविधाएं अपने कर्मचारियों को देते हुए आ रही है। बता दे, इस सुविधा को शुरू करते ही सरकार की खूब प्रसंशा हुई थी। क्योकि ये परिवार और विकास के निर्माण की विविध तरीको, और मुख्य रूप से सेरोगानस्य के माध्यम से मान्यता देने की दिशा में बहुत ही अच्छा कदम है। कर्मचारी कल्याण के मुताबिक, माता - पिता की सेरोगेसी की छुट्टी शामिल के तहत बच्चो को अच्छी परवरिश भी काफी फायदेमंद रहेगी है।
इस सुविधा से हुआ ख़ुशी का माहोल (Gov. Yojana)
सरकार के इस कदम से ओड़िशा में ख़ुशी का माहोल है। साथ ही सेरोगेंसी माताए भी इस सुविधा से काफी हद तक खुश है। वहीं सरकार का ये कदम यह सुनिश्चित करता है की सभी माता -पिता चाहे वे बच्चे पैदा करने के किसी भी तरीके से क्यों न हो ,अपने बच्चे के जीवन के महत्वपूर्ण शुरुवाती महीनो के दौरान साथ रहे।