सरकार ने डीजल वाहनों पर दिखाई सख्ती, अब इस तारीख से नहीं चला सकेंगे ये कार
Diesel Vehicle Ban: दिसंबर का महीना शुरू होने वाला और 1 महीने का अंदर साल भी खत्म हो जाएगा, लेकिन दिल्ली एनसीआर में हालत पहले जैसे ही है। कई इलाकों में तो AQI लेवल 400 के पार पंहुचा हुआ है। जिसको लेकर दिल्ली सरकार ही नहीं बल्कि केंद्र सरकार भी चिंतिति है। वही आपको बता दे, सरकार ने डीजल वाहनों को इंडिया से पूरी तरह खत्म करने का प्लान तैयार कर लिया है। क्योकि एक्सपर्ट का मानना है की पॉलूशन बढ़ने में अगर किसी का हाथ है तो सबसे ज्यादा डीजल वाहनों का है। जिससे देखते हुए सरकार ने इंडिया में डीजल वाहनों को बंद करने के लिए अंतिम तारीख जारी कर दी है। हालांकि वर्तमान में भी डीजल वाहनों की लिमिट सिर्फ 10 साल की लागू कर दी गयी थी। लेकिन अब सरकार डीजल वाहनों के खिलाफ बड़ा फैसला लेने जा रही है। आइये जानते है इस खबर को विस्तार से ....
सिमित ने पेश की रिपोर्ट
मीडिया रिपोर्ट के मुताबिक ,ऊर्जा संक्रमण सलाहाकार सिमित की और से सरकार को एक रिपोर्ट और प्रस्ताव पेश किया गया है। जिसमे सामने आया है की डीजल वाहन सबसे ज्यादा प्रदूषण करते है। इसलिए तत्काल प्रभाव से प्रतिबंधित करना चाहिए। क्योकि जैसे ही सर्दियों शुरू होती है , प्रदूषण का स्तर बढ़ना शुरू हो जाता है।डीजल वाहनों पर प्रतिबंध लगाने के पीछे सरकार का उद्देश्य EV वाहनों को बढ़ावा देना भी है। वही बताया जा रहा है की डीजल वाहनों की निर्भरता कम करने के लिए जल्द ही EV वाहनों पर सब्सीडी का भी एलान कर सकती है। ऊर्जा संक्रमण सलाहाकार समिति की और से 2027 से डीजल वाहनों की बिक्री पर पूरी तरह रोक लगाने की सिफारिश की गयी है। यानी सिर्फ ढाई साल तक ही अपनी डीजल वाहन चला सकते है। उसके बाद कार कम्पनीज़ भी डीजल वाहन बेचना बंद कर देगी।
यहां लगेगा सबसे प्रतिबंध
वही आपको बता दे, शुरूआती दौर में देश के कुछ चुनिंदा शहर में डीजल वाहनों पर प्रतिबंध लगाया जाएगा। इसके लिए यह मानक तय किये गए है। जी शहरो की आबादी १०लाख से ज्यादा है। ऐसे शहरो पर शुरुआत में प्रतिबंध लगाया जाएगा। वही धीरे धीरे से देश से डीजल वाहन गायब हो जाएगा। धीरे धीरे प्रतिबंध को बढ़ाया जायेगा। साथ ही दिल्ली एनसीआर में अभी 10 साल पुराने वाहनों पर रोक लगाया गया। यदि कोई ऐसा करता पकड़ा गया तो उसपर कड़ी कार्यवाही की जाएगी।
डीजल वाहन को अवॉयड करने की सलाह
सरकार भी अब डीजल वाहनों को अवॉयड करने की सलाह दे रही है। साथ ही उनके स्थान पर EV व सीएनजी वाहनों को खरीदने की सलाह दी जा रही है। क्योकि डीजल वाहन चालक आगे मुश्किल होगा। सूत्रों का दावा है की सरकार डीजल वाहनों को लेकर अभी और कड़े फैसले लेने वाली है। इसलिए नुक्सान से बचने के लिए फिलहाल डीजल वाहन खरीद का फैसला टालना ही ठीक रहेगा।