Indian Railway: अब दिवाली और छठ पूजा पर बिना टिकट के भी जा सकते है घर, रेलवे के नए नियम
Indian Railway: दिवाली और छठ पूजा पर घर जाने के लिए ट्रेन में लोगो की संख्या बहुत ही ज्यादा बढ़ जाती है। कई लोग काफी दिन पहले से ही रिजर्वशन करवा लेते है। तो कई लोगो को रिजर्वशन नहीं मिलता है। ऐसे में लोग काफी मायूस हो जाते है। त्योहारी सीजन के बीच रेलवे ने एक बार फिर अपने पुराने नियमों को दोहराते हुए बताया की कुछ परिस्थियों में यात्री के पास टिकट होना जरुरी नहीं है।
सिर्फ उन यात्री के पास प्लेटफार्म की टिकट होनी चाहिए। जिसकी बेस पर वो बिना टिकट यात्रा कर सकते है। वहीं आपको बता दें, रेलवे ने ऐसे यात्रियों के लिए सुविधा शुरू की थी। जिन्हें इमरजेंसी में कही जाना पड़ जाता है और साथ ही उनका रिजर्वशन नहीं होता है। ऐसी स्थिति में इस नियम का लाभ यात्रियों को मिल सकता है। आइए जानते है इस खबर को विस्तार से ....
ये है रेलवे नियम के सम्भोधित (Indian Railway)
अगर आप किसी वजह से रिजर्वशन नहीं करा पाए है तो सिर्फ प्लेटफार्म टिकट से भी कर सकते है यात्रा। इसके साथ ही टिकट चेकर के पास भी जाकर प्लेटफार्म टिकट को दिखाकर अपने डेस्टिनेशन तक पहुंचने के लिए टीटीई को टिकट का पैसा देकर यात्रा कर सकते है। भारतीय रेलवे ने नियम 2021 में ही बना दिया था।लेकिन कई लोग जानकारी न होने पर इसकी सुविधा नहीं ले पाते है।हालाकि इसमें आपको जिस भी श्रेड़ी में आप सफर कर रहे है उसका पूरा किराया भरना होगा। इस नए नियम के आड़ आपके रिजर्वशन की टेंशन खत्म हो जायेगी। वहीं इसके साथ ही आपको इसका कोई फाइन भी नहीं भरना पड़ेगा।
प्लेटफार्म टिकट लेने से बन जाएंगे आप इस नियम लेने के पात्र (Indian Railway)
प्लेटफार्म टिकट से आप इस नियम को लेने के पात्र बन सकते है। क्योकि आपके पास प्रूफ रहता है की आप किस स्टेशन से ट्रेन में बैठे है। प्लेटफार्म टिकट होने पर आप पर कोई भी अपराध नहीं लगता है। इसलिए कोई रेलवे कर्मचारी आप पर जुर्माना नाह लगा सकता है। लेकिन याद रहे है यात्रा के दौरान टीटीई से टिकट जरूर बनवा ले।
ये नियम 2021 में बनाया गया था (Indian Railway)
वहीं आपको बता दें ,भारतीय रेलवे ने ये नियम 2021 में ही लागू कर दिया था। लेकिन कई लोग जानकरी न होने की वजह से इसका लाभ नहीं ले पाते है। वहीं साथ ही रिजर्वशन न होने पर अपनी यात्रा को कैंसिल कर देते है। खासखार लोगो ने ऐसे नियमों को ध्यान में रखते हुए ही रहत दी थी ,ताकि लोग टिकट न होने पर टेंशन में न आए और आराम से यात्रा कर सके।