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Mahakumbh 2025: अगर जा रहें महाकुंभ तो फ़ोन में जरूर रखें इस एप को, मिलेगी मेले से जुड़ी सारी जानकारी

Mahakumbh 2025: गूगल पर लोग महाकुंभ 2025 की तारीखों और इससे जुड़ी जानकारियों के बारे में जानने के लिए अलग अलग की वर्ड्स को सर्च कर रहे है। हालांकि अब महाकुंभ की जानकारी के लिए लोगों को और अधिक परेशानी होने की जरूरत नहीं है।
Mahakumbh 2025: अगर जा रहें महाकुंभ तो फ़ोन में जरूर रखें इस एप को, मिलेगी मेले से जुड़ी सारी जानकारी
Photo by:  Google

Mahakumbh 2024: महाकुंभ का आयोजन प्रयागराज में 12 वर्षो के बाद होने जा रहा है।प्रदेश ही नहीं ,विदेश के भी लोगो में महाकुंभ को जानने और इसे समझने की जिज्ञासा देखने को मिल रहा है। गूगल पर लोग महाकुंभ 2025 की तारीखों और इससे जुड़ी जानकारियों के बारे में जानने के लिए अलग अलग की वर्ड्स को सर्च कर रहे है। हालांकि अब महाकुंभ की जानकारी के लिए लोगों को और अधिक परेशानी होने की जरूरत नहीं है।हम ऐसा इसलिए कह रहे है क्योकि महाकुंभ 2025 की आधारिक ऐप पर उन्हें हर तरह की जानकारियां उपलब्ध कराने की व्यवस्था की गई है। आइए जानते ही इस खबर को विस्तार से .....

क्या है ऐप का नाम (Mahakumbh 2024)

मेला प्रधिकरण की और से इस ऐप को लाइव किया जा चुका है और लोग इसे गूगल प्ले स्टोर से डाउनलोड भी कर सकते है। आपको बता दे , इस एप का नाम महाकुंभ मेला 2025  ऐप। इस ऐप से आप महाकुंभ से जुड़ी हर तरह की जानकारी प्राप्त कर सकते है।  

इस एप पर मिलेगी इस तरह की जानकारी (Mahakumbh 2024)

वहीं आपको बता दें, इस एप पर लोगो न सिर्फ महाकुंभ के बारे में जानकारी मिलेगी , बल्कि उन्हें महाकुंभ और कुंभ पर लिखी गई किताबों और ब्लॉक्स के माध्यम से महाकुंभ की परम्पराओं और इसके महत्व के विषय में भी जानकारी हासिल होगी। आपको बता दें , प्रयागराज के भारत के पवित्रम तीर्थ स्थलों में से एक माना जाता है।यह शहर वार्षिक माघ मेला, प्रत्येक छह वर्षो में कुंभ मेला और हर 12 वर्षो में महाकुंभ मेला के लिए पूरी दुनिया में मनाया जाता है। यहां तक के यूनेस्को ने भी कुंभ मेले को अमृत सांस्कृतिक घरोहार के रूप में सूचीबद्ध किया है।वही इसके आलावा इस एप में महत्वपूर्ण ब्लॉक्स का भी सेक्शन है।जिसमे आईआईएम समेत कई बड़े संस्थाओ की महाकुंभ को लेकर की गई रिपोर्ट भी दी गई है।इसके साथ ही महाकुंभ के ब्लॉग सेक्शन में यूपी टूरिज्म के एक्सप्लोर प्रयागाज का भी स्थान दिया गया है। जिसमे संगम नगरी की आध्याम्मिकता और आधुनिकता के बारे में बताने का प्रयास किया गया है।   

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