वेटिंग टिकट वाले यात्री ध्यान दें: स्लीपर और एसी कोच में नहीं कर पाएंगे सफर!

Indian Railway: भारतीय रेलवे ने 1 मार्च 2025 से वेटिंग टिकट पर यात्रा करने के नियमों में एक महत्वपूर्ण बदलाव किया है। इस बदलाव के तहत अब वेटिंग टिकट वाले यात्री स्लीपर और एसी कोच में यात्रा नहीं कर सकेंगे। यह बदलाव भारतीय रेलवे की यात्रियों के लिए सफर को अधिक सुव्यवस्थित और सुलभ बनाने के उद्देश्य से लागू किया गया है। इससे पहले वेटिंग टिकट पर स्लीपर और एसी कोच में यात्रा करने की अनुमति थी, लेकिन अब ये कोच वेटिंग टिकट धारकों के लिए बंद कर दिए गए हैं। आइए, इस बदलाव के बारे में विस्तार से जानते हैं।
वेटिंग टिकट के साथ यात्रा पर नए नियम
1 मार्च 2025 से लागू होने वाले इस नियम के तहत वेटिंग टिकट पर यात्रा करने वाले यात्री केवल जनरल और स्लीपर क्लास के कोचों में यात्रा कर सकते हैं। इसका मतलब यह है कि अगर आपके पास वेटिंग टिकट है और आप एसी कोच या स्लीपर कोच में यात्रा करने की योजना बना रहे हैं, तो अब यह संभव नहीं होगा। पहले वेटिंग टिकट के साथ यात्री स्लीपर और एसी कोच में यात्रा कर सकते थे, लेकिन अब रेलवे ने इन कोचों में वेटिंग टिकट धारकों के प्रवेश को प्रतिबंधित कर दिया है।
यात्रियों के लिए क्यों यह बदलाव जरूरी है?
रेलवे के इस निर्णय के पीछे मुख्य उद्देश्य ट्रेनों में सीटों की उपलब्धता को बढ़ाना और अधिक व्यवस्थित यात्रा सुनिश्चित करना है। पिछले कुछ समय से रेलवे ने देखा कि वेटिंग टिकट धारक एसी और स्लीपर कोच में यात्रा करते थे, जिसके कारण ट्रेनों में अधिक भीड़ हो जाती थी और अन्य यात्रियों को परेशानियों का सामना करना पड़ता था। इसके अलावा, ट्रेनों में सीटों की कमी के कारण वेटिंग टिकट पर यात्रा करने वाले यात्रियों को ऐन मौके पर सीट मिलना मुश्किल हो जाता था, जिससे उन्हें काफी परेशानी होती थी।
वेटिंग टिकट के लिए नया प्रोसेस
रेलवे ने वेटिंग टिकट वाले यात्रियों के लिए नई व्यवस्था की है। अब वेटिंग टिकट पर यात्रा करने वाले यात्री केवल जनरल और स्लीपर क्लास के कोचों में ही यात्रा कर सकेंगे। यदि यात्री वेटिंग टिकट पर एसी कोच या स्लीपर में यात्रा करना चाहते हैं, तो उन्हें एक अलग यात्रा व्यवस्था का चयन करना होगा। रेलवे ने यह कदम इसलिए उठाया है ताकि ट्रेनों में अधिकतर कोचों में सही संख्या में सीटें सुनिश्चित की जा सकें और यात्रियों को अधिक सुविधाएं मिल सकें।
वेटिंग टिकट पर नया नियम
अब वेटिंग टिकट केवल जनरल कोच में ही मान्य होगा। रिजर्वेशन कोच में वेटिंग टिकट वालों को यात्रा की अनुमति नहीं होगी।
यदि कोई वेटिंग टिकट के साथ एसी या स्लीपर कोच में यात्रा करता है, तो उसे जुर्माना भरना होगा।
एसी कोच में सफर करने पर 440 रुपये तक का जुर्माना और अगले स्टेशन तक का किराया देना होगा।
स्लीपर कोच में सफर करने पर 250 रुपये तक का जुर्माना और अगले स्टेशन तक का किराया देना होगा।
तत्काल टिकट बुकिंग के नए नियम
रेलवे ने तत्काल टिकट बुकिंग प्रक्रिया में भी बदलाव किया है:
एसी क्लास के टिकटों की बुकिंग सुबह 10 बजे से शुरू होगी।
नॉन-एसी क्लास के टिकटों की बुकिंग सुबह 11 बजे से शुरू होगी।
बुकिंग टाइमिंग में इस बदलाव से अंतिम समय पर यात्रा की योजना बनाने वालों को अधिक सुविधा मिलेगी और कन्फर्म टिकट मिलने की संभावना बढ़ेगी।
यात्रियों को क्या कदम उठाने होंगे?
यदि आपको वेटिंग टिकट है और आप यात्रा करने के लिए एसी कोच या स्लीपर कोच में यात्रा करने का विचार कर रहे थे, तो अब आपको अपनी यात्रा की योजना को फिर से बदलना होगा। आपको या तो जनरल कोच में यात्रा करनी होगी या फिर अपने टिकट को पहले से कन्फर्म करवा लेना होगा। इसके लिए रेलवे ने विशेष रूप से टिकट बुकिंग सिस्टम में भी कुछ बदलाव किए हैं, ताकि यात्री अपनी यात्रा को सुविधाजनक तरीके से प्लान कर सकें।
रेलवे का यह नया नियम वेटिंग टिकट धारकों के लिए एक बड़ा बदलाव है, लेकिन इसका उद्देश्य यात्रियों की यात्रा को और अधिक सुगम और व्यवस्थित बनाना है। इससे ट्रेनों में सीटों की उपलब्धता बढ़ेगी और अधिक व्यवस्थित तरीके से यात्रियों को उनके निर्धारित स्थान मिल सकेंगे। हालांकि, यह बदलाव यात्री की यात्रा योजनाओं को प्रभावित कर सकता है, लेकिन अंततः यह रेलवे के सफर को बेहतर और अधिक सुरक्षित बनाने की दिशा में एक महत्वपूर्ण कदम है।