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इस Eye-Drop से 10 मिनट में हटेगा आंखों का चश्मा, सरकार से मिली मंजूरी

मुंबई की एन्टोड फार्मास्युटिकल्स, जो आई, ईएनटी और त्वचा संबंधी दवाओं के क्षेत्र में विशेषज्ञता रखती है, ने अपनी नई आई-ड्रॉप को बाजार में उतारने का फैसला किया है। यह कंपनी 60 से ज्यादा देशों में अपने उत्पादों का निर्यात करती है और अब भारत में प्रेस्क्रिप्शन-बेस्ड आई-ड्रॉप्स उपलब्ध कराने जा रही है।
इस Eye-Drop से 10 मिनट में हटेगा आंखों का चश्मा, सरकार से मिली मंजूरी

अगर आपकी आंखों पर चश्मे का बोझ है और आप इससे छुटकारा पाना चाहते हैं, तो ये खबर आपके लिए है। सरकार ने हाल ही में एक ऐसी आई-ड्रॉप को मंजूरी दी है जो सिर्फ 10 मिनट में आपकी आंखों से चश्मे की जरूरत को खत्म कर देगी। एक्सपर्ट्स के अनुसार, इस आई-ड्रॉप को लगाने के 10 से 15 मिनट के भीतर आपकी आंखों की रोशनी अस्थायी रूप से वापस आ जाएगी। लगभग दो साल के गहन शोध और विचार-विमर्श के बाद, ड्रग कंट्रोलर जनरल ऑफ इंडिया (DCGI) ने इस दवा को मंजूरी दे दी है। 

मीडिया रिपोर्ट्स के अनुसार, मुंबई स्थित एंटोड फार्मास्यूटिकल्स ने पिलोकार्पाइन का उपयोग करके बनाई गई "प्रेस्वू" आई-ड्रॉप को बाजार में लॉन्च किया है। यह दवा आंखों की पुतलियों के आकार को नियंत्रित करके ‘प्रेसबायोपिया’ का इलाज करती है। यह समस्या उन लोगों को होती है जो पास की चीजों को देखने में दिक्कत महसूस करते हैं, जैसे अखबार या फिर किताब पढ़ते समय। यह समस्या उम्र के साथ आती है और नजदीक की चीजों पर ध्यान केंद्रित करने की वजह से होती है, 

6 घंटे रहेगा दवा का असर

एंटोड फार्मास्यूटिकल्स के सीईओ निखिल के. मसुरकर के अनुसार, यह भारत में अपनी तरह की पहली दवा है, जिसे भारतीय लोगों की आंखों के लिए खासतौर पर विकसित किया गया है। इस दवा का परीक्षण भारतीय आबादी के जेनेटिक बेसिस को ध्यान में रखकर किया गया है, जिससे यह और अधिक प्रभावी साबित होती है। इस आई-ड्रॉप की एक बूंद डालते ही यह 10 से 15 मिनट में काम करना शुरू कर देती है और इसका असर अगले 6 घंटे तक रहता है। अगर 6 घंटे के अंदर एक और बूंद डाल दी जाए, तो इसका असर और बढ़ सकता है। अब तक, धुंधली नजर और पढ़ने के चश्मे से छुटकारा पाने के लिए कोई दवा-आधारित समाधान नहीं था, जो कि अब इस आई-ड्रॉप के रूप में उपलब्ध है।

कहां और कितने में मिलेगी दवा?

यह ड्रॉप अक्टूबर के पहले हफ्ते से फार्मेसियों पर उपलब्ध होगी और इसकी कीमत कुछ 350 रुपये हो सकती है। यह दवा खासतौर पर 40 से 55 साल की उम्र के लोगों के लिए तैयार की गई है, जिन्हें पास की चीजें देखने में परेशानी होती है, जिसे मेडिकल भाषा में ‘प्रेसबायपिया’ कहते हैं।

यह आई-ड्रॉप उन लोगों के लिए एक नई उम्मीद लेकर आई है जो चश्मे से छुटकारा पाना चाहते हैं। लेकिन ध्यान रहे, यह दवा सिर्फ अस्थायी राहत देती है और इसे स्थायी इलाज की जगह नहीं दी जा सकती है।


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