थाना प्रभारी को घसीटते हुए ले गई एंटी करप्शन की टीम, रिश्वत लेते रंगे हाथ पकड़ा
मिर्जापुर के चील्ह थाना परिसर में उस वक्त हड़कंप मच गया. जब एंट्री करप्शन की टीम ने थाना प्रभारी को घूस लेते रंगे हाथ पकड़ा. थाना प्रभारी गिड़गिड़ाते रहे, लेकिन एंटी करप्शन की टीम उन्हें घसीट कर गाड़ी में बैठा ले गई. खुलासा हुआ है कि मुकदमा लिखने के एवज में थाना प्रभारी रिश्वत ले रहे थे.

सीएम योगी हमेशा एक बात सख़्त लहजे में कहते हैं यूपी में अपराध कोई भी करेगा। फिर चाहे वो आम हो या खास बख्शा नहीं जाएगा। इसी का नतीजा है कि बदमाश हो या माफिया सभी पर तो शिकंजा कसा ही जा रहा है लेकिन सिस्टम में घुन लगाने वाले अधिकारियों को भी छोड़ा नहीं जा रहा। इसी बीच मिर्ज़ापुर से पुलिस अधिकारी पर नकेल कसने वाली एक तस्वीर सामने आई। जिसमें एंटी करप्शन की टीम थाना प्रभारी को घसीटकर ले जा रही है। और थाना प्रभारी मैं जाऊंगा नहीं, मुझे न मारो। कहते हुए बचने की कोशिश कर रहे हैं।
अब आप सोच रहे होंगे कि क्यों जनाब को घसीटकर ले जाया जा रहा है। क्यों उनके साथ इस तरह का व्यवहार किया जा रहा है चलिए पूरा मामला भी बताते हैं। वीडियो में नजर आ रहे चीख चिल्ला रहे वर्दीवाले साहब मिर्जापुर में चील्ह थाने के प्रभारी शिवशंकर सिंह है।जिन्हें एंट्री करप्शन की टीम ने रिश्वत लेते हुए रंगे हाथ पकड़ लिया है। जैसे ही टीम ने थाना प्रभारी को रंगे हाथ पकड़ा वैसे ही उनके ना सिर्फ हाथ पांव फूल गए। बल्कि थाना प्रभारी गिड़गिड़ाते रहे, बचने के लिए चिल्लाते रहे। लेकिन अपराध किया है तो सजा तो भुगतनी ही पड़ेगी। ऐसे में एंटी करप्शन की टीम उन्हें घसीटकर गाड़ी में बैठाकर ले गई। लेकिन जनाब रहम की भीख मांगते हुए गिड़गिड़ाते हुए नौटंकी दिखाते नजर आए।
आरोप है कि चील्ह थाने में एक पीड़ित परिवार अपनी शिकायत के लिए पहुंचा था। लेकिन शिकायत नहीं लिखी गई। कई बार उसने थाने चौकी के चक्कर काटे। कार्रवाई नहीं की गई। इसी बीच चील्ह थाने के प्रभारी शिवशंकर सिंह ने मुकदमा लिखने के बदले पीड़ित से 50 हजार रुपये की डिमांड कर डाली। तभी पीड़ित ने इसकी शिकायत ना सिर्फ IGRS से की बल्कि एंटी करप्शन मिर्जापुर मंडल की टीम से भी थाना प्रभारी की शिकायत की। इस दौरान एंटी करप्शन की टीम ने जाल बिछाया। और पीड़ित को 30 हजार रूपये थाना प्रभारी के पास लेकर भेजा। थाना प्रभारी ने जैसे ही रिश्वत की रकम ली। तुरंत एंटी करप्शन की टीम ने धाबा बोला और रिश्वतखोर थाना प्रभारी को रंगे हाथ धरदबोच लिया।
FIR दर्ज कर अब एंटी करप्शन की टीम थाना प्रभारी से पूछताछ कर रही है। रिश्वतखोरी का ये पहला मामला था। या इससे पहले भी किसी और पीड़ित को शिकार बनाया गया। इसका पता लगाया जा रहा है।