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वायरल पोस्‍ट फर्जी है, लेकिन सच है कि कश्मीरी पंडितों के मुद्दे पर कांग्रेस झुनझुना ही बजाती रही है

भले ही यह वीडियो 2019 का है लेकिन बीजेपी की सरकार ने कश्मीर के मुद्दे पर जो सख्त और दूरगामी कदम उठाए हैं, वो कांग्रेस कभी नहीं उठा पाई। और शायद इसलिए बीजेपी कश्मीर की स्थिरता, विकास और शांति के लिए आवश्यक साबित हुए हैं।
वायरल पोस्‍ट फर्जी है, लेकिन सच है कि कश्मीरी पंडितों के मुद्दे पर कांग्रेस झुनझुना ही बजाती रही है
सोशल मीडिया पर अक्सर ऐसी खबरें और वीडियो वायरल होते रहते हैं जो लोगों का ध्यान खींच लेते हैं। एक ऐसा ही वीडियो अगस्त 2019 का है, जिसमें एक महिला ने राहुल गांधी से विमान में बातचीत के दौरान अपनी परेशानियां साझा की थीं। हाल ही में यह वीडियो फिर से सोशल मीडिया पर तेजी से फैलने लगा है,  लेकिन, इस वायरल वीडियो के पीछे की सच्चाई क्या है? आइए जानते हैं इस पूरी घटना के बारे में विस्तार से।
वायरल वीडियो: क्या दावा किया जा रहा है?
2 जुलाई को फेसबुक यूजर तेजिंदर मलिक द्वारा एक वीडियो अपलोड किया गया, जिसमें दावा किया गया कि विदेश में रह रहे कश्मीरी पंडितों ने हवाई जहाज में राहुल गांधी को घेर कर उनसे सवाल किए। दावा किया गया कि कश्मीरी पंडितों ने उनसे पूछा कि वे कश्मीर के मामलों में मोदी सरकार का विरोध क्यों करते हैं, और इस पर राहुल गांधी कोई संतोषजनक जवाब नहीं दे पाए। सोशल मीडिया पर इस वीडियो को कई अन्य यूजर्स ने भी साझा किया और यह तेजी से वायरल भी हो गया। वीडियो के आधार पर कांग्रेस पार्टी और राहुल गांधी की कश्मीर मुद्दे पर स्थिति को लेकर सवाल खड़े किए जा रहे हैं। लेकिन क्या वाकई में इस वीडियो में ऐसा कुछ हुआ था?
असल घटना क्या थी?
यह वीडियो अगस्त 2019 का है, जब राहुल गांधी एक प्रतिनिधिमंडल के साथ श्रीनगर से दिल्ली लौट रहे थे। उस समय केंद्र सरकार द्वारा जम्मू-कश्मीर से अनुच्छेद 370 हटाया गया था और वहां धारा 144 लागू की गई थी। श्रीनगर का दौरा करने के बाद राहुल गांधी और अन्य नेता दिल्ली लौट रहे थे। विमान में एक महिला, जो कि एक कश्मीरी पंडित थी,  उन्होंने राहुल गांधी के साथ बातचीत की। लेकिन इस बातचीत का उद्देश्य राहुल गांधी पर कोई हमला या उन्हें घेरना नहीं था। महिला ने अपनी आपबीती सुनाते हुए कश्मीर में रह रही महिलाओं और उनके परिवारों की समस्याओं के बारे में बताया। वह अपने कश्मीरी पंडित होने की पहचान के साथ अपनी पीड़ा व्यक्त कर रही थीं, जिसमें उन्होंने कश्मीर के मौजूदा हालात और धारा 370 हटने के बाद के प्रभावों का जिक्र किया।
महिला ने बताया कि कैसे धारा 370 हटने के बाद कश्मीर में महिलाओं को कई तरह की मुश्किलों का सामना करना पड़ रहा है। उन्होंने राहुल गांधी से कहा कि कश्मीरी पंडितों की समस्याओं को नजरअंदाज नहीं किया जाना चाहिए और उनके साथ न्याय होना चाहिए। यह बातचीत बिल्कुल व्यक्तिगत स्तर की थी और इसका मकसद कश्मीर की जमीनी हकीकत को राहुल गांधी के सामने रखना था। महिला का कोई राजनीतिक एजेंडा नहीं था, जैसा कि वायरल वीडियो के जरिए दावा किया जा रहा है। वह सिर्फ अपनी और अपने समुदाय की समस्याओं को राहुल गांधी तक पहुंचाने की कोशिश कर रही थीं, ताकि वे इन मुद्दों पर ध्यान दें और इन्हें सुलझाने में मदद करें।
कश्मीरी पंडितों के मुद्दे पर कांग्रेस
कश्मीरी पंडितों का मुद्दा एक ऐसा विषय है, जो पिछले कई दशकों से भारतीय राजनीति में चर्चा का विषय रहा है। कांग्रेस पार्टी की कश्मीर नीति पर भी सवाल उठाए जाते रहे हैं, खासकर जब से 1990 के दशक में कश्मीरी पंडितों का पलायन हुआ। राहुल गांधी और कांग्रेस पार्टी ने हमेशा यह दावा किया है कि कश्मीर में शांति बहाल करने के लिए वहां के सभी समुदायों को साथ लेकर चलना जरूरी है। धारा 370 के हटने के बाद कांग्रेस ने इसे भारतीय संविधान और जम्मू-कश्मीर के लोगों के अधिकारों के खिलाफ बताया था। हालांकि, उन्होंने कश्मीरी पंडितों के मुद्दे को भी महत्व दिया है। लेकिन यह मुद्दा राजनीतिक बहस का हिस्सा बना रहा है, और इसके समाधान के लिए अभी तक कांग्रेस की तरफ से कोई ठोस कदम नहीं उठाए गए हैं।

अब भले ही यह वीडियो 2019 का है लेकिन बीजेपी की सरकार ने कश्मीर के मुद्दे पर जो सख्त और दूरगामी कदम उठाए हैं, वो कांग्रेस कभी नहीं उठा पाई। और शायद इसलिए बीजेपी कश्मीर की स्थिरता, विकास और शांति के लिए आवश्यक साबित हुए हैं। धारा 370 का हटना, आतंकवाद के खिलाफ सख्त कदम, और विकास की योजनाओं ने कश्मीर को एक नई दिशा दी है। कश्मीर को मुख्यधारा में लाने और उसे आत्मनिर्भर बनाने की बीजेपी की नीति कश्मीर के दीर्घकालिक विकास के लिए आवश्यक है। 

इसलिए, यह कहना भी गलत नहीं होगा कि कश्मीर के भविष्य और वहां के लोगों की बेहतरी के लिए बीजेपी का नेतृत्व जरूरी है। कश्मीर का विकास और उसकी सुरक्षा देश की अखंडता और समृद्धि के लिए भी महत्वपूर्ण है, और बीजेपी इस दिशा में निर्णायक भूमिका निभा रही है।

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