Congress Office में ऐसा क्या हुआ कि रोती हुईं Radhika Khera बोलीं छोड़ दूंगी पार्टी?
जिस तेज तर्रार प्रवक्ता राधिका खेड़ा कभी आपने मीडिया में कांग्रेस के लिए लड़ते हुए देखा था। अब वही राधिका खेड़ा फूट फूट कर रोते हुए कह रहीं है कि पिछले चालीस सालों में मेरे साथ ऐसा कभी नहीं हुआ। जो मेरी बेइज्जती की गई। मैं पार्टी से इस्तीफा दे रही हूं..!
लड़की हूं लड़ सकती हूं। नारा देकर महिलाओं पर राजनीति करने वालीं प्रियंका गांधी की पार्टी कांग्रेस में लगता है महिलाएं ही सुरक्षित नहीं हैं। इसीलिये जिस तेज तर्रार प्रवक्ता राधिका खेड़ा कभी आपने मीडिया में कांग्रेस के लिए लड़ते हुए देखा था। अब वही राधिका खेड़ा फूट फूट कर रोते हुए कह रहीं है कि पिछले चालीस सालों में मेरे साथ ऐसा कभी नहीं हुआ। जो मेरी बेइज्जती की गई। मैं पार्टी से इस्तीफा दे रही हूं।
कभी टीवी चैनलों पर बैठ कर मोदी सरकार को पानी पी पीकर कोसने वालीं कांग्रेस की तेज तर्रार प्रवक्ता राधिका खेड़ा आज खुद आंसू बहाने को मजबूर हो गईं। क्योंकि जिस कांग्रेस पार्टी के लिए वो बीजेपी से लड़ती रहीं। उसी कांग्रेस पार्टी के नेताओं ने उनकी ऐसी भारी बेइज्जती कर डाली कि उनकी आंखों से आंसू फूट पड़े। और फफक फफक कर रोते हुए कहने लगीं मैं पार्टी छोड़ दूंगी।
कांग्रेस की नेशनल मीडिया कोऑर्डिनेटर राधिका खेड़ा के साथ ये सब कुछ उस वक्त हुआ जब मंगलवार को पार्टी के अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खड़गे छत्तीसगढ़ के जांजगीर चंपा जिले में रैली करने पहुंचे थे। खड़गे की रैली के बाद मीडिया में बयान देने को लेकर छत्तीसगढ़ प्रदेश कांग्रेस कार्यालय के राजीव भवन में राधिका खेड़ा और छत्तीसगढ़ कांग्रेस संचार प्रमुख सुशील आनंद शुक्ला के बीच तीखी बहस हो गई। और बात इस कदर बढ़ गई कि राधिका खेड़ा फूट फूट कर रोने लगीं। जिसकी वीडियो सोशल मीडिया पर तेजी से वायरल हो रही है।
छत्तीसगढ़ कांग्रेस कार्यालय में हुए विवाद के बाद रोते हुए निकलीं कांग्रेस प्रवक्ता राधिका खेड़ा ने पार्टी छोड़ने की धमकी तक दे डाली। तो वहीं सोशल मीडिया पर भी एक के बाद एक किये कई पोस्ट के जरिये उन्होंने दर्द बयां किया। एक्स पर किये एक पोस्ट में राधिका खेड़ा ने लिखा: "कौशल्या माता के मायके में बेटी सुरक्षित नहीं है, पुरुषवादी मानसिकता से ग्रसित लोग आज भी बेटियों को पैरों तले कुचलना चाह रहे हैं, करूंगी खुलासा।"
एक और पोस्ट में कांग्रेस प्रवक्ता राधिका खेड़ा ने लिखा: "नारी तू अबला नहीं, स्वयं शक्ति पहचान, अपने हक को लड़ स्वयं, तब होगा उत्थान, क्यों नारी लाचार है, लुटती क्यों है लाज, क्या पुरुषत्व विहीन ही, हुई धरा ये आज।"
गुरुवार की सुबह सुबह किये गये एक और पोस्ट में राधिका खेड़ा ने लिखा "‘दुशील’ को लेकर ‘कका’ का मोह एक लड़की की इज्जत से बढ़कर है लेकिन लड़की हूं, लड़ रही हूं, “मर्यादा पुरुषोत्तम” प्रभु श्री राम जी के ननिहाल में दीदी का स्वागत है।"
इस पोस्ट में राधिका खेड़ा ने दुशील बोल कर छत्तीसगढ़ कांग्रेस संचार प्रमुख सुशील आनंद शुक्ला पर इशारों ही इशारों में तंज मारा। तो वहीं पत्रकार प्रखर श्रीवास्तव ने राधिका खेड़ा के इस ट्वीट का मतलब समझाते हुए लिखा: "दुशील मतलब सुशील आनंद, छत्तीसगढ़ कांग्रेस के मीडिया प्रभारी, कका मतलब पूर्व सीएम भूपेश बघेल और दीदी मतलब प्रियंका गांधी।"
यानि राधिका खेड़ा ने कांग्रेस के शीर्ष नेतृत्व का नाम लेकर तंज मारा। क्योंकि उनके अपमान के बावजूद शीर्ष नेतृत्व खामोशी की चादर ओढ़े रहा। लेकिन बीजेपी नेता राधिका खेड़ा के साथ खड़े नजर आए। यहां तक कि छत्तीसगढ़ के सीएम विष्णु देव साय ने खुद इस मामले में एक रैली में कहा कि। कांग्रेस पार्टी की महिला विरोधी मानसिकता जगजाहिर है। ये पार्टी शुरू से माताओं-बहनों का अपमान करते आ रही है।
छत्तीसगढ़ बीजेपी प्रवक्ता हर्षिता पांडेय ने इस मामले में कहा कि। लड़की हूं लड़ सकती हूं, क्या ये प्रियंका गांधी जी का एक राजनीतिक जुमला है? कांग्रेस की राष्ट्रीय प्रवक्ता बहन राधिका खेड़ा के साथ उन्ही के पार्टी के लोगों ने दुर्व्यवहार किया।
बीजेपी छत्तीसगढ़ के आधिकारिक एक्स हैंडल से लिखा गया। लड़की हूं लड़ सकती हूं का ढोंग करने वालीं प्रियंका गांधी ने अब तक राधिका खेड़ा के लिए आवाज तक नहीं उठाई। जिस कांग्रेस के लिए राधिका खेड़ा लड़ती रहीं। आज वही कांग्रेस उनके साथ खड़ी नजर नहीं आई। जबकि जिस बीजेपी को दिन रात कोसती रहती थीं। वही बीजेपी उनके साथ खड़ी नजर आई। यहां तक कि लड़की हूं लड़ सकती हूं का नारा देने वालीं प्रियंका गांधी के पास भी लगता है इतना वक्त नहीं है कि वो राधिका खेड़ा के आंसू पोंछ सकें।
वैसे आपको बता दें ये कोई पहला मामला नहीं है जब कांग्रेस की किसी महिला प्रवक्ता के साथ इस तरह की अभद्रता की गई हो। इससे पहले साल 2018 में तत्कालीन कांग्रेस प्रवक्ता प्रियंका चतुर्वेदी के साथ राफेल डील के मसले पर प्रेस कॉन्फ्रेंस पहले और बाद में बदसलूकी की गई थी। जिसके बाद कार्यकर्ताओं को निलंबित कर दिया गया था। हालांकि कुछ ही महीनों बाद उनका निलंबन वापस ले लिया गया। जिससे नाराज प्रियंका चतुर्वेदी साल 2019 में कांग्रेस छोड़ कर शिवसेना में शामिल हो गईं। और अब जिस तरह से छत्तीसगढ़ में राधिका खेड़ा के साथ अभ्रदता की गई। उन्होंने भी पार्टी छोड़ने की बात कह दी है। बस आधिकारिक ऐलान बाकी रह गया है। वैसे आपको क्या लगता है। क्या राधिका खेड़ा भी कांग्रेस छोड़ देंगी। अपनी राय हमें कमेंट कर जरूर बताएं।