7 दिन में 100 से ज्यादा विमानों को उड़ाने की फर्जी धमकी ! लेकिन 1985 में मिली धमकी से खालिस्तान ने उड़ा दिया था एयर इंडिया का प्लेन !
खालिस्तानी संगठन जस्टिस फॉर सिख के मुखिया गुरपतवंत सिंह पन्नू ने बीते साल की तरह इस बार भी एयर इंडिया फ्लाइट्स को बम से उड़ाने की धमकी दी है। बाकायदा वीडियो शेयर करते हुए उसने कहा है कि वह साल 1984 में हुए सिख दंगों का बदला लेगा। जिसके लिए वह एयर इंडिया फ्लाइट्स में धमाके करेगा।
बीते 7 दिनों के अंदर 100 से ज्यादा बार देश के कई विमान कंपनियों को बम से उड़ाने की फर्जी धमकी दी गई है। हर दिन धमकी भरे कॉल या मैसेज आ रहे है। लेकिन बीते कल के दिन एक ऐसी धमकी दी गई। जिसने हर किसी की होश उड़ा दिए। इस धमकी भरे कॉल ने साल 1985 में हुए विमान हादसे की याद दिला दी। बता दें कि बीते कल के दिन भारत में प्रतिबंधित आतंकी संगठन सिख फॉर जस्टिस के मुखिया गुरपतवंत सिंह पन्नू ने एयर इंडिया फ्लाइट को बम से उड़ाने की धमकी दी है। सिख फॉर जस्टिस के मुखिया ने बकायदा एक वीडियो शेयर कर एयर इंडिया को धमकी दी है।
आतंकी संगठन के मुखिया ने दी धमकी
आपको बता दें कि भारत में प्रतिबंधित आतंकी संगठन सिख फॉर जस्टिस के मुखिया गुरपतवंत सिंह ने एक वीडियो शेयर करते हुए कहा है कि -"वह 1984 सिख दंगों का बदला लेगा और इसके लिए वह एयर इंडिया प्लेन में धमाके करेगा"।
हालांकि यह धमकी भी झूठी निकली। लेकिन इस धमकी के बाद भारतीय सुरक्षा एजेंसियां सतर्क हो गई है। दरअसल खालिस्तानी आतंकी की धमकी को सुरक्षा एजेंसियों ने इसलिए हल्के में नहीं लिया। क्योंकि साल 1985 में खालिस्तान ने ही एयर इंडिया प्लेन में विस्फोट करते हुए 329 यात्रियों की जान ली थी। बता दें कि एयर इंडिया के प्लेन कनिष्क में यह बम विस्फोट हुआ था। ऐसे में गुरपतवंत सिंह पन्नू की उस धमकी को 1985 में हुई घटना से जोड़कर देखा जा रहा है।
भिंडरावाले की मौत के बाद हुई बदले की शुरुआत ?
देश की पूर्व प्रधानमंत्री स्वर्गीय इंदिरा गांधी के नेतृत्व में ऑपरेशन ब्लू स्टार को अंजाम दिया गया था। खालिस्तानी आतंकी भिंडरावाले की मौत के बाद हर किसी को लगा कि भारत और खासतौर से पंजाब से खालिस्तान खत्म हो जाएगा। लेकिन यह एक गलतफहमी थी। असली कहानी तो तब शुरू होती है। जब बदले की आग में जल रहे खालिस्तान ने ऑपरेशन ब्लू स्टार में मारे गए भिंडरवाले के बदले का खौफनाक प्लान बनाया। खालिस्तानियों के निशाने पर सबसे पहले पूर्व प्रधानमंत्री स्वर्गीय इंदिरा गांधी आई। यह हत्या 1 से 8 जून 1984 के बीच भारतीय सेना द्वारा इंदिरा गांधी के आदेश पर किए गए ऑपरेशन ब्लू स्टार के करीब 4 महीने बाद उनकी सुरक्षा में तैनात सिख अंगरक्षकों सतवंत सिंह और बेअंत सिंह के द्वारा की गई थी। साल 1984 में हुए इस घटना के करीब 7 महीने बाद ही देश में एक ऐसी घटना हुई। जिसने हर किसी को हिला कर रख दिया। पहले इंदिरा गांधी की हत्या फिर प्लेन में विस्फोट कर आतंकी संगठन खालिस्तान के बब्बर खालसा ने लड़ाई लड़नी शुरू कर दी। जर्मनी,कनाडा,ब्रिटेन और भारत के कई हिस्सों में खालिस्तान की मांग को तेज कर दिया। कनाडा में बब्बर खालसा का नेता एक खालिस्तानी आतंकी तलविंदर सिंह परमार था। जो भारत में पुलिसवालों की हत्या करके कनाडा फरार हो गया था। वहां से उसने ऐलान किया कि अब खालिस्तान भारत के हवाई जहाजों को भी निशाना बनाना शुरू करेगा। इस ऐलान के करीब एक साल बाद खालिस्तानी आतंकियों ने एयर इंडिया के प्लेन कनिष्क को कनाडा में निशाना बनाया।
खालिस्तान ने एयर इंडिया फ्लाइट में किया विस्फोट 329 यात्रियों की मौत
आपको बता दें कि 23 जून 1985 को एयर इंडिया की फ्लाइट संख्या 182 कनिष्क जो मांट्रियल-लंदन-दिल्ली-बॉम्बे के लिए चली थी। उसे खालिस्तान ने आयरलैंड में बम विस्फोट करके उड़ा दिया था। इस विमान में सवार कुल 329 यात्रियों की मौत हुई थी। इनमें 268 यात्री कनाडा,27 ब्रिटिश और 24 भारतीय यात्रियों की मौत हुई थी। इस घटना को खालिस्तानी आतंकी मंजीत सिंह ने अंजाम दिया था। मंजीत ने 22 जून 1985 को ही अपना सामान वैंकूवर से टोरंटो वाली फ्लाइट में भिजवा दिया था। जिसके बाद 23 जून को टोरंटो से भारत जाने वाली एयर इंडिया की फ्लाइट संख्या 182 कनिष्क में मंजीत का सामान शिफ्ट किया गया। वह फ्लाइट टोरंटो से लंदन होते हुए भारत जाने वाली थी। लेकिन फ्लाइट लंदन भी नहीं पहुंच पाई। कि उसमें ब्लास्ट हो गया और इस फ्लाइट का मलबा अटलांटिक महासागर में गिर गया। बता दें कि अमेरिका के 9/11 हमले से पहले यह दुनिया का सबसे बड़ा विमान हमला था। वहीं जिस दिन भारत की फ्लाइट्स में हादसा हुआ था। उसके एक दिन पहले 22 जून 1985 को जापान की राजधानी टोक्यो के नारिता एयरपोर्ट पर भी एक बड़ा धमाका हुआ था। जहां एक लगेज बॉम्ब था। जिसे एयर इंडिया की ही फ्लाइट में रखा जाना था। लेकिन उससे पहले लगेज में रखे बम को लेकर जा रहे 2 लोगों की बम धमाके में मौत हो गई थी। इन दोनों ही धमाकों के लिए बब्बर खालसा ही जिम्मेदार था। उस दौरान खालसा भारत से ज्यादा कनाडा में एक्टिव था। ऐसे में अब अमेरिका में रह रहे गुरपतवंत सिंह पन्नू ने भी तलविंदर परमार की तरह ही धमकी दी है।
बीते साल की तरह इस बार भी खालिस्तानी आतंकी ने दी धमकी
खालिस्तानी संगठन जस्टिस फॉर सिख के मुखिया गुरपतवंत सिंह पन्नू ने बीते साल भी इसी तरह की धमकी दी थी। 4 नवंबर 2023 को एक वीडियो जारी कर उसने कहा था कि 19 नवंबर को एयर इंडिया की फ्लाइट में यात्रा न करें। उसने इंटरनेशनल एयरपोर्ट भी बंद करवाने की धमकी दी थी। हालांकि बीते साल की धमकी भी उसकी झूठी निकली और इस बार की भी धमकी में कोई दम नहीं था।
लेकिन पूर्व में हुई घटनाओं से सबक लेते हुए। देश की सभी सुरक्षा एजेंसियां सतर्क हो गई हैं।