इज़रायली बंधकों को अभी छोड़ो, नहीं तो ख़ात्मे के लिए तैयार रहो-ट्रंप की धमकी से कांपे हमास के आतंकी!

Donald Trump: अमेरिका के पूर्व राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने हाल ही में एक कड़ी चेतावनी जारी की है, जिसमें उन्होंने आतंकवादी संगठन हमास को साफ तौर पर कहा है कि यदि उसने अपने बंदी बनाए गए लोगों को रिहा नहीं किया, तो वह उसे गंभीर परिणामों का सामना करने के लिए तैयार रहे। ट्रंप ने हमास को चेतावनी देते हुए कहा कि "मैं सबको खत्म कर दूंगा," जिससे उनकी नीयत और अमेरिका की स्थिति स्पष्ट हो गई। ट्रंप का यह बयान उस समय आया जब इजरायल के खिलाफ हमास के हमलों में वृद्धि हो रही है और बड़ी संख्या में नागरिकों को बंधक बना लिया गया है।
ट्रम्प ने पोस्ट में क्या लिखा -
Trump ने हमास को आखिरी चेतावनी देते हुए कहा अभी और इसी वक्त, सभी इजरायली बंधकों को रिहा करो और जिन्हें मारे हो उनकी डेड बॉडी तत्काल सौंपो नहीं तो खात्मे के लिए तैयार हो जाओ। ट्रंप ने सख्त चेतावनी देते हुए कहा कि "शलोम हमास, का मतलब होता है 'हैलो' और बाय-बाय'—तुम देख लो, तुम्हें कौन सा शलोम पसंद है।" ट्रंप ने आगे कहा कि सिर्फ बीमार और विकृत मानसिकता वाले लोग किसी का शव रखते हैं, और तुम वही हो! ट्रंप ने आगे कहा कि मैं इज़राइल को वह सब कुछ भेज रहा हूं जिसकी उसे इस काम को खत्म करने के लिए जरूरत है। अगर तुमने मेरी बात नहीं मानी तो एक भी हमास का आतंकी जिंदा नहीं बचेगा। मैंने रिहा किए गए पूर्व बंधकों से मुलाकात की है, जिनकी ज़िंदगी तुमने बर्बाद कर दी है। यह तुम्हारे लिए आखिरी चेतावनी है! हमास के नेताओं के लिए गाज़ा छोड़ने का यही समय है, तुम्हारे पास यही मौका है। ट्रंप ने गाज़ा के लोगों के लिए अपना वादा दोहराते हुए कहा कि आपके लिए एक सुंदर भविष्य इंतजार कर रहा है, लेकिन अगर तुम बंधकों को पकड़े रखोगे, तो तुम भी मारे जाओगे! एक समझदारी भरा फैसला लो। बंधकों को अभी रिहा करो, वरना बाद में इसकी भारी कीमत चुकानी पड़ेगी!
Diplomacy में Carrot & Stick पॉलिसी का इस्तेमाल किया जाता है। इसका मतलब एक तरफ़ फंड्स, पैसे और मदद दी जाती है और न मानो तो बमबारी कर दो, ताकत का इस्तेमाल करो।
हमास और आतंकियों को Carrot वाली भाषा समझ में नहीं आती है, न कभी आई, और न कभी आएगी। ये ताकत की भाषा समझते हैं, बर्बादी… pic.twitter.com/rCZkffA10l
— Guddu Khetan (@guddu_khetan) March 6, 2025
7 अक्टूबर को शुरू हुए इस हमले को "ऑपरेशन अल-अक्सा स्टॉर्म" नाम दिया गया था
Diplomacy में Carrot & Stick पॉलिसी का इस्तेमाल किया जाता है। इसका मतलब एक तरफ़ फंड्स, पैसे और मदद दी जाती है और न मानो तो बमबारी कर दो, ताकत का इस्तेमाल करो।
हमास और आतंकियों को Carrot वाली भाषा समझ में नहीं आती है, न कभी आई, और न कभी आएगी। ये ताकत की भाषा समझते हैं, बर्बादी… pic.twitter.com/rCZkffA10l