भारत ने पाकिस्तान की डिफेंस इंडस्ट्री को कमजोर करने की तैयारी, राजनाथ सिंह ने नीदरलैंड से हथियार सप्लाई पर रोक लगाने की अपील
भारत ने नीदरलैंड को विस्तार से यह बताने की कोशिश की है कि पाकिस्तान भारत में कैसे कई सालों से आतंकवाद फैलाता आया है। हालांकि नीदरलैंड की तरफ से भारत द्वारा किए गए। इस आह्वान पर कोई प्रक्रिया नहीं आई है। लेकिन राजनाथ सिंह ने यह जरूर कोशिश की है कि पाकिस्तान को हथियार सप्लाई करने में जो नुकसान हो रहा है। उसके लिए भारत अपने दरवाजे खोलने को तैयार है। दोनों देशों के बीच रक्षा संबंधों को मजबूत करने पर भी चर्चा हुई है।

भारत के पड़ोसी दुश्मन मुल्क पाकिस्तान को बड़ा झटका लगने जा रहा है। रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह ने कुछ ऐसा कदम उठाया है। जिसकी वजह से पाकिस्तान की डिफेंस इंडस्ट्री पूरी तरीके से बर्बाद हो जाएगी। भारत का रक्षा मंत्रालय कुछ ऐसे देशों से बातचीत कर रहा है। जो लगातार कई सालों से पाकिस्तान को हथियार सप्लाई कर रहे हैं। इस बीच भारत के रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह ने नीदरलैंड के रक्षा मंत्री रूबेन ब्रेकलमैंन्स से मुलाकात की है। इस मुलाकात में दोनों के बीच लंबी बातचीत हुई। कई अहम मुद्दों पर चर्चा हुई। लेकिन राजनाथ सिंह का फोकस पाकिस्तान को नीदरलैंड द्वारा हथियार सप्लाई की रोक को लेकर सबसे ज्यादा रहा। उन्होंने अपनी बातचीत में नीदरलैंड के रक्षा मंत्री को यह समझाने की कोशिश की कि पाकिस्तान किस तरह से इस क्षेत्र में आतंकवादियों का गढ़ बन गया है। उन्होंने पाकिस्तान द्वारा भारत में आतंकवादियों को भेजने को लेकर भी बातचीत की।
पाकिस्तान की सैन्य ताकतों को भारत ने कुचला
भारत ने नीदरलैंड को यह बताने की कोशिश की है कि पाकिस्तान भारत में कैसे कई सालों से आतंकवाद फैलाता आया है। हालांकि नीदरलैंड की तरफ से भारत द्वारा किए गए। इस आह्वान पर कोई प्रक्रिया नहीं आई है। लेकिन राजनाथ सिंह ने यह जरूर कोशिश की है कि पाकिस्तान को हथियार सप्लाई करने में जो नुकसान हो रहा है। उसके लिए भारत अपने दरवाजे खोलने को तैयार है। दोनों देशों के बीच रक्षा संबंधों को मजबूत करने पर भी चर्चा हुई है।
नीदरलैंड द्वारा पाकिस्तान को हथियार सप्लाई भारत के लिए बड़ा खतरा
बीते कई वर्षों से पाकिस्तान अपनी डिफेंस इंडस्ट्री के दम पर हथियार इंडस्ट्री को बढ़ाने की पूरी कोशिश कर रहा है। यह भारत के लिए काफी चुनौती बनता जा रहा है। राजनाथ सिंह ने खास तौर पर नीदरलैंड के रक्षा मंत्री से
यह कहा कि उसके द्वारा हथियार सप्लाई भारत के लिए बड़ा खतरा बन सकता है। खासतौर से कश्मीर घाटी के लिए यह काफी बड़ा खतरा साबित हो सकता है। नीदरलैंड को पाकिस्तान को हथियार सप्लाई से बचने के लिए रोकना भारत द्वारा यह डिप्लोमेटिक तरीका हो सकता है। हालांकि अभी तक यह जानकारी सामने नहीं आई है कि नीदरलैंड पाकिस्तान को किस तरह की हथियार की सप्लाई करता है। लेकिन कुल मिलाकर देखा जाए तो भारत में पाकिस्तान की डिफेंस इंडस्ट्री को पूरी तरीके से बर्बाद करने की तैयारी करनी है।
नीदरलैंड और पाकिस्तान के रक्षा सौदों का इतिहास काफी लंबा
दोनों देशों के बीच रक्षा सौदों का इतिहास काफी पुराना रहा है। लेकिन पाकिस्तान वर्तमान में 80 प्रतिशत से ज्यादा जरूरत वाले हथियार चीन से खरीदता है। 1990 के दशक में कई बड़े हथियार पाकिस्तान ने खरीदे। इसमें कई नौकाएं भी शामिल थी। एक रिपोर्ट के मुताबिक 2010 से 2020 के बीच पाकिस्तान ने 150 मिलियन डॉलर से ज्यादा के हथियार खरीदे हैं। हालांकि इसकी संख्या उतनी ज्यादा नहीं है। भारत की पूरी कोशिश समुद्री तट पर इस्तेमाल होने वाले हथियारों की सप्लाई पर रोक लगाने की है। टाइम्स ऑफ़ इंडिया की रिपोर्ट के मुताबिक साल 2024 में करीब 300 बार से ज्यादा आतंकवादियों ने कश्मीर में घुसने की कोशिश की। ऐसे में भारत ने भी बड़ा कदम उठाते हुए बड़ी रणनीति के तहत उन देशों से बातचीत करना शुरू कर दिया है। जो पाकिस्तान को हथियार सप्लाई करते हैं।
भारत ने नीदरलैंड को दिया बहुत बड़ा ऑफर
भारत ने नीदरलैंड को मजबूत रक्षा संबंध बनाने का ऑफर दिया है। रिपोर्ट के मुताबिक करीब 120 अरब डॉलर से ज्यादा के डिफेंस मार्केट को बढ़ाने का प्रस्ताव दिया है। प्रत्येक वर्ष भारत की जो डिफेंस इंडस्ट्री है। वह 5 प्रतिशत की बढ़ोतरी के साथ आगे बढ़ रही है।
भारत द्वारा दिए गए इस ऑफर को नीदरलैंड ने काफी ध्यान से सुना है और उम्मीद है कि वह इस पर जरूर विचार करेगा। भारत के साथ नीदरलैंड्स की इस बातचीत ने उस की टेंशन बढ़ा दी है। दरअसल, भारत द्वारा दिए गए इस ऑफर से नीदरलैंड को काफी बड़ा फायदा होगा। ऐसे में हो सकता है कि वह पाकिस्तान के साथ अपनी डील को कैंसिल कर दें। इसके पीछे एक और वजह यह भी है कि पाकिस्तान को हथियार सप्लाई करने में उसे काफी ज्यादा नुकसान हो रहा है।
पाकिस्तान के मुकाबले भारत की नौसेना काफी ज्यादा ताकतवर
पाकिस्तान की नौसेना के मुकाबले भारत की नौसेना काफी ज्यादा ताकतवर है। जहां भारत के पास 140 युद्धपोत हैं। तो वहीं पाकिस्तान के पास सिर्फ 20 युद्धपोत हैं। लेकिन हाल ही में चीन ने पाकिस्तान को काफी ज्यादा युद्धपोत सप्लाई किया है। नीदरलैंड ने पाकिस्तान को काफी ज्यादा संख्या में गश्ती नौकाएं सप्लाई की है। अब फिलहाल देखने वाली बात यह है कि नीदरलैंड इस बातचीत के जरिए आने वाले समय में कौन से बड़े कदम उठाता है और उसकी क्या कुछ प्रतिक्रिया होती है।