THAAD Defence System से मजबूत होगा इजरायल, अमेरिका ने उड़ाए ईरान के होश
इज़रायल अब युद्ध के मैदान में और ताकतवर होने जा रहा है. अमेरिका जल्द ही इजरायल को एंटी बैलिस्टिक मिसाइल डिफेंस सिस्टम 'टर्मिनल हाई एल्टीट्यूड एरिया डिफेंस' (THAAD) भेजने जा रहा है ताकि ईरान से निपटने में मदद मिल सके।
ईरान की तरफ़ से क़रीब 200 मिसाइलों से हमला करने के बाद इज़रायल बार बार पलटवार करने की बात कह रहा है..पिछले दिनों जब इज़रायल पर हमला हुआ तो ईरान की कई मिसाइल इज़रायल की ज़मीन को छूने में कामयाब रहीं। उससे ये समझ आया कि ईरान कि मियाइलों के आगे इज़रायल का डिफ़ेंस सिस्टम पूरी तरह कामयाब नहीं हो पाया। अब इस समस्या का तोड़ निकालने के लिए। अमेरिका इज़रायल के साथ खड़ा हो गया है। जंग के मैदान में इज़रायल को मज़बूत करनी की ऐसी महाशक्ति देने जा रहा है। जिसके आगे ईरान की मिसाइलें नाकामयाब साबित होंगी। इजरायल अब युद्ध के मैदान में और ताकतवर होने जा रहा है।अमेरिका जल्द ही इजरायल को एंटी बैलिस्टिक मिसाइल डिफेंस सिस्टम 'टर्मिनल हाई एल्टीट्यूड एरिया डिफेंस' (THAAD) भेजने जा रहा है ताकि ईरान से निपटने में मदद मिल सके. यह एडवांस मिसाइल डिफेंस सिस्टम है। इसे ऑपरेट करने के लिए करीब 100 एक्सपर्ट अमेरिकी जवान भी इजरायल भेजे जाएंगे।
अमेरिका के इस कदम से ईरान की चिंता बढ़ गई है। ईरान ने वाशिंगटन को अमेरिकी सैन्य बलों को इजरायल से बाहर रखने की चेतावनी दी है। पेंटागन के प्रवक्ता मेजर जनरल पैट राइडर ने कहा कि रक्षा मंत्री लॉयड ऑस्टिन ने राष्ट्रपति जो बाइडन के निर्देश पर थाड तोपखाने की तैनाती को मंजूरी दी है। राइडर ने कहा कि यह वायु रक्षा प्रणाली अप्रैल और अक्टूबर में इजरायल पर किये गए ईरान के मिसाइल हमलों के बाद, इजरायल की हवाई रक्षा को मजबूत करने में मदद करेगी। अभी इजरायल के पास अपने आयरन डोम मिसाइल डिफेंस सिस्टम के अलावा अमेरिका का पैट्रियट मिसाइल डिफेंस सिस्टम भी है। लेकिन ईरान की मिसाइलों को रोकने में वो भी पूरी तरह नाकाम साबित हुआ है। ऐसे में अब थाड सिस्टम की इज्जत का सवाल भी है। क्योंकि अगर ये ईरान की मिसाइल को रोकने में नाकाम रहा, तब अमेरिका के मिसाइल डिफेंस सिस्टम पर भी सवाल उठ जाएगा। बताया जाता है कि थाड सिस्टम रूस के S400 मिसाइल डिफेंस सिस्टम से कई मायने में काफी बेहतर है।
अब अमेरिका के इस ऐलान के बाद ईरान की तरफ़ से भी प्रतिक्रिया भी सामने आई है। ईरान की तरफ़ से चेतावनी देते हुए अमेरिका को कहा गया है कि वो अपनी सेना को इज़रायल से दूर रखे। THAAD को पहले से ही कई देशों में तैनात किया गया है, जैसे कि दक्षिण कोरिया, जहां यह उत्तर कोरिया के खतरे के खिलाफ सुरक्षा के लिए इस्तेमाल होती है। लेकिन इसकी तैनाती अक्सर विवाद का कारण बनती है, क्योंकि पड़ोसी देश इसे अपनी सुरक्षा के लिए खतरा मानते हैं।
Thaad क्या है और ये कैसे काम करता है ?
THAAD एक उन्नत मिसाइल रक्षा प्रणाली है, जिसे अमेरिका ने विकसित किया है। इसका मुख्य काम छोटी और मध्यम दूरी की बैलिस्टिक मिसाइलों को उनके अंतिम चरण में मार गिराना है। यह सिस्टम अमेरिकी सेना के लिए बनाया गया है ताकि नागरिकों और महत्वपूर्ण स्थलों की रक्षा की जा सके। थाड इज़रायल के लिए बेहद फ़ायदेमंद साबित होगी क्योंकि ये सिस्टम इज़रायल की मौजूद मिसाइल रक्षा प्रणाली जैसे आयरन डोम और डेविड के स्लिंग को और मज़बूत करेगा। यह सिस्टम एक खास तरह की हिट-टू-किल तकनीक का उपयोग करता है। इसका मतलब है कि यह आने वाली मिसाइल को किसी विस्फोटक से नहीं, बल्कि सीधे टकराकर नष्ट करता है। थाड सिस्टम को आसानी से एक जगह से दूसरी जगह ले जाया जा सकता है, जो इसे एक लचीला विकल्प बनाता है। यह सिस्टम काफी दूर तक मौजूद मिसाइलों को भी निशाना बना सकता है। हालाँकि इज़रायल अमेरिका की तरफ़ से इस समर्थन का स्वागत करता है लेकिन बाकि देश इसकी आलोचना कर सकते हैं। क्योंकि इससे मिडल ईस्ट में चलने वाला तनाव बढ़ सकता है।