लाहौर बना दुनिया का सबसे प्रदूषित शहर, AQI 1900 के पार | 15,000 लोग अस्पतालों में भर्ती
पाकिस्तान के लाहौर शहर में हाहाकार मचा हुआ है। खराब एयर क्वालिटी ने लोगों को अस्पतालों में भर्ती होने पर मजबूर कर दिया है। हालात ऐसे बन गए हैं कि लाहौर के अस्पतालों में बेड तक खाली नहीं है। लोगों को सांस लेने में दिक्कत हो रही है। शादी और कई अन्य बड़े कार्यक्रमों पर रोक लगा दी गई है। जिन्हें पहले से श्वास से संबंधित बीमारी है। उनकी हालात ज्यादा खराब है।
हार्ट अटैक,अस्थमा और निमोनिया बीमारी से संक्रमित सबसे ज्यादा मरीज
लाहौर के अस्पतालों में सबसे ज्यादा बच्चे और हार्ट के मरीज एडमिट हैं। इन्हें सूखी खांसी,सांस लेने में दिक्कत,निमोनिया और सीने में संक्रमण की समस्या है। ज्यादातर मामले सरकारी अस्पतालों के हैं। इनमें मेयो अस्पताल 4,000, जिन्ना अस्पताल में 3,500, गंगाराम अस्पताल 3,000 और चिल्ड्रेन अस्पताल में 2,000 से ज्यादा मरीज शामिल हैं। वहीं स्वास्थ्य विभाग ने कहा है कि बच्चे,अस्थमा और हार्ट रोग से पीड़ित मरीज स्मॉग के संपर्क में न आएं। पाकिस्तान के पंजाब क्षेत्र में कई जगहों पर वायु गुणवत्ता 1,900 दर्ज किया गया। जो 12 नवंबर को 604 था।
एयर प्यूरीफायर इस्तेमाल करने के दिए गए आदेश शादियों पर लगी रोक
पाकिस्तान के स्वास्थ्य विभाग की तरफ से चेतावनी जारी की गई है कि अगर तत्काल उपाय नहीं किए गए। तो हालात और भी खराब हो सकते हैं। सरकार को चाहिए कि वह मुख्य स्रोतों की पहचान कर उन पर नियंत्रण लगाए। सार्वजनिक वाहनों के उपयोग को बढ़ावा देने के साथ व्यक्तिगत वाहनों पर रोक लगनी चाहिए। ऐसे हालात में मास्क पहनना, एयर प्यूरीफायर का इस्तेमाल करना और घर में रहना सबसे आवश्यक है। लाहौर की जनता प्रशासन दोनों को मिलकर इस बुरे हालात से निपटना होगा। ताकि हालात में सुधार हो सके और बेहतर जीवन जी सके।
नासा ने एमओडीआईएस ने कहा है कि नवंबर की शुरुआत में ही उत्तरी पाकिस्तान पर आसमान में धुंध की मोटी चादर छाई रहेगी।
यही वजह है कि हवा की गुणवत्ता गिर गई। स्कूल बंद करने पड़े। हजारों लोगों को अस्पताल में भर्ती होना पड़ा। पाकिस्तान ने स्मोक से निपटने के लिए हर कोशिश की है। अगले 3 महीने तक शादियों पर रोक लगा दी गई है।
वर्ल्ड हेल्थ आर्गेनाइजेशन की रिपोर्ट से 50 गुना प्रदूषण
देश की राजधानी दिल्ली की बात करें। तो वर्ल्ड हेल्थ आर्गेनाइजेशन की रिपोर्ट से करीब 50 गुना ऊपर प्रदूषण चल रहा है। हालांकि दिल्ली की हालात ठीक-ठाक है। लेकिन लाहौर में तो जीवन काटना मुश्किल है। हर कोई एयर फिल्टर नहीं लगा सकता। वही दिल्ली में फैले प्रदूषण को लेकर कहा गया है कि 3 पहाड़ इस प्रदूषण हवा के लिए सबसे ज्यादा जिम्मेदार है। इनसे निकलने वाली जहरीली गैस दिल्ली की हवा को दूषित कर रही है। फिलहाल दिल्ली में भी हालात इतने अच्छे नहीं है। हर कोई मास्क का इस्तेमाल कर रहा है। राजकीय सरकार भी नियंत्रण के कई प्रयासों में लगी हुई है।