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हमास के खिलाफ गाजा में खुला प्रदर्शन! युद्ध से हार मान चुके फिलिस्तीनी सड़कों पर उतरे! हमास को आतंकी संगठन बताकर सत्ता छोड़ने की मांग की

इजरायल और हमास के बीच हो रहे युद्ध का शिकार गाजा के वह निर्दोष लोग हो रहे हैं। जिनका इस आतंकी संगठन को कोई भी समर्थन नहीं है। ऐसे में करीब कई महीनों के बाद गाजा में रह रहे लोगों ने बड़ा विरोध प्रदर्शन जताते हुए। हमास को बाहर के नारे लगाए। सड़कों पर उतरे लोगों की भीड़ ने नारे लगाते हुए कहा "हमास बाहर जाओ, हमास आतंकी है, हम हमास को उखाड़ फेंकना चाहते हैं।
हमास के खिलाफ गाजा में खुला प्रदर्शन! युद्ध से हार मान चुके फिलिस्तीनी सड़कों पर उतरे!  हमास को आतंकी संगठन बताकर सत्ता छोड़ने की मांग की
बीते कई महीनों से इजरायल और हमास के बीच चल रहे युद्ध को लेकर अब एक अलग सा माहौल देखने को मिला। हाल ही में अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप द्वारा इजरायल-हमास युद्ध में इजरायल को खुला समर्थन देने की वजह से सीजफायर तोड़ते हुए। इजरायल ने गाजा पर हमले करने शुरू कर दिए है। हैरान कर देने वाली बात यह है कि डोनाल्ड ट्रंप ने दोहरी रणनीति अपनाई है। इनमें एक तरफ गाजा में मर रहे लोगों की जिंदगी बचाने की बात कर रहे। तो दूसरी तरफ इजरायल को खुली तबाही करने की छूट दे रहे। इस बीच गाजा में पहली बार हमास के खिलाफ एक बड़ा विरोध-प्रदर्शन देखने को मिला। कुल तीन जगहों पर यह प्रदर्शन हुआ। युद्ध से हार मान चुके फिलिस्तीनियों ने हमास को आतंकवादी बात कर सत्ता से हटने की मांग की है। इसके पीछे का कारण इजरायल और हमास के बीच हो रही जंग बताया जा रहा। 

सड़कों पर उतरकर लोगों ने "हमास बाहर जाओ" के नारे लगाए 

इजरायल और हमास के बीच हो रहे युद्ध का शिकार गाजा के वह निर्दोष लोग हो रहे हैं। जिनका इस आतंकी संगठन को कोई भी समर्थन नहीं है। ऐसे में करीब कई महीनों के बाद गाजा में रह रहे लोगों ने बड़ा विरोध प्रदर्शन जताते हुए। हमास को बाहर जाने के नारे लगाए। सड़कों पर उतरे लोगों की भीड़ ने नारे लगाते हुए कहा "हमास बाहर जाओ, हमास आतंकी है, हम हमास को उखाड़ फेंकना चाहते हैं। इसके अलावा उन्होंने जंग को लेकर भी नारे लगाए और कहा जंग खत्म करो, फिलिस्तीन में बच्चे जीना चाहते हैं। इस विरोध प्रदर्शन में हजारों लोग शामिल हुए और पोस्टर के जरिए उन्होंने हमास का तगड़ा विरोध जताया। 

हमास के हथियारबंद लड़ाकों ने प्रदर्शन कर रहे लोगों से की मारपीट

इस दौरान हमास के कई हथियारबंद लड़ाकों ने प्रदर्शन कर रहे आम नागरिकों के साथ मारपीट की और उन्हें अलग करने की कोशिश की। बता दें कि इस प्रदर्शन का वीडियो सोशल मीडिया पर जमकर वायरल हो रहा है। इसके अलावा प्रदर्शनकारियों ने कतर के एक सरकारी फंड से चलने वाले चैनल को भी निशाना बनाया। बताया जा रहा कि हमास के विरोधियों को टेलीग्राम चैनल पर इस प्रदर्शन में शामिल होने की अपील की गई थी। हमास का विरोध कर रहे। कुछ ऐसे प्रदर्शनकारी भी मिले। जिनको इस विरोध प्रदर्शन की कोई खोज खबर नहीं थी। प्रोटेस्ट कर रहे एक लड़के ने कहा कि "मुझे बिल्कुल भी नहीं पता कि यह प्रोटेस्ट किसने आयोजित किया। मैंने इसमें बस इसलिए हिस्सा लिया।" क्योंकि मैं जंग से थक चुका था। पहचान न जाहिर हो इसके लिए इस प्रदर्शनकारी ने अपना नाम नहीं बताया। खबर यह भी है कि लोग मीडिया से इस प्रदर्शन को कवर करने और कई लोग आजादी की मांग कर रहे। वहीं गाजा के खिलाफ दुश्मनी को भी खत्म करने की भी मांग कर रहे। हमास ने इस प्रदर्शन में शामिल लोगों को "गद्दार" बताया। इजरायल से चल रही जंग के कई महीनो बाद वर्तमान में हमास के आलोचकों की संख्या काफी ज्यादा बढ़ गई है। एक सर्वे के मुताबिक 1 साल पहले 71 प्रतिशत लोगों ने हमास का समर्थन किया था। लेकिन विरोध में सिर्फ 21% प्रतिशत थे। वर्तमान में हमास का विरोध करने वालों की संख्या 36% तक पहुंच चुकी है। 

इजरायल-हमास युद्ध में अब तक 50,000 लोगों की मौत

बता दें कि 25 मार्च को जारी आंकड़ों के मुताबिक इजरायल-हमास जंग के बीच अब तक 50,000 से ज्यादा फिलिस्तीनी मारे जा चुके हैं। वहीं 1,13,000 से ज्यादा लोग घायल हो चुके हैं। इजरायल और हमास के बीच दिसंबर में सीज फायर शुरू हुआ था। जिसके बाद से अब तक 3 महीनों में 673 लोगों की मौत हुई है।

आखिर किन वजहों से फिलिस्तीनी जंग से विराम चाहते हैं ?

इजरायल और हमास के बीच जब से युद्ध चल रहा है। तब से बड़े पैमाने पर तबाही देखने को मिली है। दैनिक भास्कर की रिपोर्ट्स के मुताबिक अब तक 1 लाख 75,000 बिल्डिंग यानी के करीब 72% इमारतें पूरी तरीके से नष्ट हो चुकी है। घर,स्कूल,अस्पताल हर एक जगह खंडहर में तब्दील हो चुका है। हजारों लोग बेघर हो गए रहने को जगह तक नहीं बची। इस जंग से भारी संख्या में लोगों ने पलायन किया। 20 लाख से ज्यादा लोगों ने अपना घर छोड़ दिया। सीजफायर के बाद लोगों ने वापसी तो की। लेकिन इजरायल ने फिर से हमले शुरू कर दिए। ऐसे में लोग गाजा छोड़कर अब नहीं जाना चाहते। गाजा में तबाही इस कदर है कि लोग अस्थाई तंबू और खंडहरों में रहने को मजबूर है। इन जगहों पर न ही बिजली है और न ही शौचालय की कोई व्यवस्था है। कई जरूरतमंद चीजें लोगों तक पहुंच नहीं पा रही। खाने के दाम और भुखमरी भी लगातार बढ़ती जा रही है। इस युद्ध में सबसे ज्यादा महिलाओं और बच्चों की मौत हुई है। कई बच्चे अनाथ हो गए हैं। कई तो मानसिक रूप से हकलाने और बोलने जैसी समस्याओं से जूझ रहे। वह सभी अपने परिवार और बच्चों को नहीं बचा पा रहे। ऐसे में देखा जाए। तो यही कुछ वजह है जिसकी वजह से फिलिस्तीनी अब इस जंग पर विराम लगाना चाहते हैं। 
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