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उमराह के बहाने भीख मांगने सऊदी अरब जा रहे 'पाकिस्तानी भिखारी'

सऊदी अरब ने पाकिस्तान को चेतावनी दी कि वह उमराह और हज वीजा के तहत यात्रा करने वाले भिखारियों पर गंभीरता से और तत्काल संज्ञान ले। रियाद ने इस्लामाबाद के धार्मिक मामलों के मंत्रालय से कहा कि वह ऐसे लोगों को मिलने वाले वीजा पर रोक लगाए।
उमराह के बहाने भीख मांगने सऊदी अरब जा रहे 'पाकिस्तानी भिखारी'
सऊदी अरब, जो दुनिया भर के मुसलमानों के लिए पवित्र स्थल मक्का और मदीना का घर है। हर साल लाखों की संख्या में लोग यहां हज और उमराह के लिए आते है। इन यात्राओं का धार्मिक और आध्यात्मिक महत्व बहुत बड़ा होता है, लेकिन कुछ सालों में यहां एक गंभीर समस्या ने सऊदी प्रशासन की चिंता बढ़ा दी है। दरअसल सऊदी अरब में उमराह और हज वीजा के तहत पाकिस्तानी भिखारियों की संख्या यहां लगातार बढ़ती जा रही है। सितंबर 2023 में, सऊदी सरकार ने पाकिस्तान को सख्त चेतावनी दी कि यदि उसने इस समस्या का समाधान नहीं किया, तो इसका प्रभाव हज और उमराह के लिए आने वाले पाकिस्तानी तीर्थयात्रियों पर नकारात्मक रूप से पड़ सकता है। जिसके बाद अब रियाद ने इस्लामाबाद को स्पष्ट कर दिया कि वह ऐसे भिखारियों पर सख्त नजर रख रहा है जो धार्मिक यात्राओं के नाम पर देश में आकर भीख मांगने में शामिल होते हैं। सऊदी सरकार ने अपनी चेतावनी में कहा कि बड़ी संख्या में पाकिस्तानी नागरिक मक्का और मदीना की सड़कों पर भीख मांगते हुए पकड़े गए हैं और उन्हें तुरंत वापस भेज दिया गया है।

सऊदी अधिकारियों का मानना है कि ये भिखारी उमराह और हज वीजा का दुरुपयोग कर रहे हैं, और इससे न केवल सऊदी अरब की छवि को नुकसान हो रहा है बल्कि धार्मिक स्थलों का भी अपमान हो रहा है। सऊदी प्रशासन ने पाकिस्तान के धार्मिक मामलों के मंत्रालय से इस मुद्दे पर तत्काल कदम उठाने का आग्रह किया है और वीजा देने की प्रक्रिया में सख्ती बरतने को कहा है।
शहबाज शरीफ सरकार के लिए बड़ी चुनौती
यह मुद्दा पाकिस्तान की शहबाज शरीफ सरकार के लिए काफी शर्मिंदगी का विषय बन चुका है। इस मामले को संज्ञान में लेते हुए पाकिस्तान के गृह मंत्री मोहसिन नकवी और इस्लामाबाद में सऊदी राजदूत नवाफ बिन सईद अहमद अल-मलकी के बीच इस मुद्दे पर गहन चर्चा हुई। नकवी ने सऊदी सरकार को आश्वासन दिया कि इस समस्या का समाधान जल्द ही किया जाएगा और ऐसे माफियाओं के खिलाफ सख्त कार्रवाई की जाएगी जो भिखारियों को सऊदी अरब भेजने के लिए जिम्मेदार हैं। पाकिस्तान सरकार ने इस मुद्दे पर गंभीर कदम उठाने की दिशा में काम करना शुरू कर दिया है। गृह मंत्री मोहसिन नकवी ने कहा कि भिखारियों का माफिया देश की छवि को नुकसान पहुंचा रहा है और इसे बर्दाश्त नहीं किया जाएगा। पाकिस्तान की संघीय जांच एजेंसी (एफआईए) को ऐसे ट्रैवल एजेंसियों और नेटवर्क पर नकेल कसने की जिम्मेदारी सौंपी गई है, जो उमराह और हज वीजा के माध्यम से भिखारियों को भेजने में शामिल हैं। नकवी ने इस बात पर जोर दिया कि ऐसे लोग जो धार्मिक यात्रा के नाम पर सऊदी अरब जाकर भीख मांगते हैं, न केवल अपने देश को शर्मसार कर रहे हैं बल्कि धार्मिक स्थलों की गरिमा को भी ठेस पहुंचा रहे हैं।

वैसे आपको बता दें किपिछले महीने कराची एयरपोर्ट पर एक बड़ी कार्रवाई की गई, जिसमें 11 कथित भिखारियों को पकड़ा गया और उन्हें सऊदी अरब जाने वाली फ्लाइट से उतार दिया गया। इमिग्रेशन प्रक्रिया के दौरान एफआईए के अधिकारियों ने इन्हें रोका और पूछताछ के बाद पता चला कि ये सभी लोग सऊदी अरब में भीख मांगने के उद्देश्य से यात्रा कर रहे थे। इसके बाद इन सभी को गिरफ्तार कर लिया गया और उनके खिलाफ कानूनी कार्रवाई शुरू कर दी गई।

पाकिस्तानी भिखारियों की समस्या सऊदी अरब और पाकिस्तान के रिश्तों में तनाव का कारण बन सकती है। सऊदी अरब, जो हर साल लाखों मुस्लिमों को उमराह और हज के लिए आमंत्रित करता है, अपने धार्मिक स्थलों की पवित्रता और सुरक्षा को लेकर बहुत सख्त है। ऐसे में पाकिस्तान को अपनी छवि सुधारने और सऊदी सरकार के साथ बेहतर संबंध बनाए रखने के लिए तत्काल कदम उठाने की जरूरत है।

Source: IANS
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