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Pakistan के हालात हुए ख़राब, भारत ने दे दिया बड़ा ऑफ़र !

पाकिस्तान की शहबाज शरीफ सरकार ने एक झटके में 1.5 लाख लोगों को नौकरियों से बाहर निकाल दिया है। पाकिस्तान ने आईएमएफ से बेलआउट पैकेज की किस्त पाने के लिए उसकी कड़ी शर्तों को मानते हुए कई बड़े फैसले लिए हैं।
Pakistan के हालात हुए ख़राब, भारत ने दे दिया बड़ा ऑफ़र !
रोटी को मोहताज Pakistan इतिहास के सबसे बुरे दौर से गुजर रहा है। खाने पीने की चीजें बंदुकों के पहरे में तो पहले से ही रखी जा रही थीं लेकिन अब दिन बा दिन पाकिस्तान के हालात बिगड़ रहे हैं।UN के मंच पर कटोरा लेकर पहुँचने वाले पाकिस्तान के पीएम शहबाज़ शरीफ़ भले ही IMF से कुछ आर्थिक मदद ले आएँ हों। लेकिन लोगों को पर बोझ बढ़ता जा रहा है। पाकिस्तान की शहबाज शरीफ सरकार ने एक झटके में 1.5 लाख लोगों को नौकरियों से बाहर निकाल दिया है। पाकिस्तान ने आईएमएफ से बेलआउट पैकेज की किस्त पाने के लिए उसकी कड़ी शर्तों को मानते हुए कई बड़े फैसले लिए हैं। दरअसल, पाकिस्तान सरकार ने अपने बदहाल आर्थिक हालातों को सुधारने के लिए तमाम कदम उठाए, लेकिन ये सारे देश की जनता पर भारी पड़े हैं। वर्ल्ड बैंक से लेकर ADB तक कंगाल पाकिस्तान ने मदद के लिए गुहार लगाई थी, लेकिन उसकी एक न सुनी गई IMF  ने हालांकि तमाम मिन्नतों के बाद कुछ शर्तों के साथ पाकिस्तान को आर्थिक मदद देनी शुरू की और अब बेलआउट पैकेज की अगली किस्त के लिए ऐसे शर्तें थोपीं कि जनता में हाहाकार मच गया।


अब अगर IMF से पैसे लेने थे तो उसकी शर्तें तो माननी ही पड़तीं। पाकिस्तान के पास कोई चारा भी नहीं बचा था। IMF की नई शर्तों को मानते हुए पाकिस्तान सरकार ने जो बड़े फैसले लिए हैं, उनमें से सबसे बड़ा फैसला ये है कि देश में एक झटके में करीब 1.5 लाख लोगों को बेरोजगार कर दिया गया है।पहले से महंगाई की मार झेल रहे लोग खाना-पानी के लिए मोहताज थे अब उनकी कमाई पर भी बैन लगा दिया गया है। इससे आने वाले समय में हालात और भी बिगड़ने के आसार बन गए हैं।अब सिर्फ़ ऐसा ही नहीं है कि पाकिस्तानियों की नौकरियाँ ही छीनी गई हों बल्कि। छह मंत्रालय पर भी ताला लटका दिया है। यही नहीं दो मंत्रालयों का आपस में मर्जर किया गया है। ये सभी शर्तें IMF से 7 अरब डॉलर की मदद के लिए मानी गई हैं। और ख़बर है कि शर्तें मानते ही 1 अरब डॉलर की किस्त रिलीज़ कर दी गई है।

IMF के दबाव में पाकिस्तान सरकार ने उसकी कई मांगें मानी हैं और अगला कदम टैक्स टू GDP रेश्यो बढ़ाने की ओर उठाने वाला है. पाकिस्तान अब एग्रीकल्चर और रियल एस्टेट सेक्टर पर तगड़ा टैक्स लगाने की तैयारी में है और इसके साथ ही सब्सिडी में कटौती का फैसला भी ले सकता है। मतलब साफ है महंगाई की मार से तड़पती जनता पर टैक्स का बोझ भी बढ़ने वाला है। देश के वित्त मंत्री मोहम्मद औरंगजेब ने भी कहा कि आईएमएफ के साथ एक राहत पैकेज को अंतिम रूप दिया गया है, जो पाकिस्तान के लिए आखिरी पैकेज होगा। हमने अपनी इकोनॉमी को सुधारने के लिए आईएमएफ की सभी मांगें मान ली हैं। पाकिस्तानी फ़ाइनेंस मिनिस्टर ने दावा किया की इस साल करीब 7,32,000 नए टैक्सपेयर्स ने अपना रजिस्ट्रेशन कराया है और इसके बाद देश में Taxpayers की तादाद बढ़कर 3.2 मिलियन हो गई है।

बता दें कि बीते साल 2023 में पाकिस्तान डिफॉल्ट होने की कगार पर पहुंच गया था, लेकिन आखिरी समय में IMF की मदद मिलने से ये कंगाल होने से बच गया, लेकिन अभी भी हालात बदतर बने हुए हैं। वित्त मंत्री ने अपने बयान में ये भी कहा कि अब अब टैक्स न भरने वालों पर सख्ती की जा रही है और Tax Defaulters को देश में प्रॉपर्टी और कारें व अन्य गाड़ियां खरीदने की मंजूरी नहीं मिलेगी। अब ये तो रही पाकिस्तान की हालत लेकिन इधर भारत ने पाकिस्तान को बड़ा ऑफर दे दिया है। रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह ने जम्मू कश्मीर से पाकिस्तान के ऐसे मजे लिए की वो सुनके आपको भी मजा आएगा। रक्षा मंत्री ने कहा कि हमारे बीच अच्छे संबंध होते तो हम आईएमएफ से ज्यादा पैसा देते।
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