सीरिया के राष्ट्रपति देश छोड़कर भागे! सिर्फ 11 दिन में सत्ता गंवाई, विद्रोहियों ने किया कब्जा
सीरिया के राष्ट्रपति देश छोड़कर भाग गए हैं। विद्रोहियों ने 4 बड़े शहरों पर कब्जा कर लिया है। राष्ट्रपति की सत्ता के साथ सेना की भी सत्ता खत्म हो चुकी है। बता दें कि सीरिया में बीते 11 दिनों से विद्रोही और सेना के बीच में लड़ाई जारी थी। असद के देश छोड़ते ही प्रधानमंत्री ने विद्रोहियों को सत्ता सौंपने का प्रस्ताव दिया है। विद्रोही आज सुबह सीरिया की राजधानी दमिश्क पहुंच चुके हैं। राष्ट्रपति के देश छोड़ते ही विद्रोहियों ने जमकर जश्न मनाया।
सीरिया में अब विद्रोहियों का शासन हो गया है। कई शहरों में इन्होंने अपना कब्जा जमा लिया है। राष्ट्रपति बल अल असद देश छोड़कर भाग गए हैं। 27 नवंबर को सीरियाई सेना और विद्रोहियों के बीच 2020 के सीजफायर के बाद संघर्ष की शुरुआत हुई।
सीरिया की जंग के दौरान राष्ट्रपति ने 4 साल बाद जंग को जीता था। लेकिन राष्ट्रपति को सिर्फ 11 दिनों के अंदर सत्ता गंवानी पड़ी। सीरिया पर पिछले 50 सालों से चला आ रहा असद का शासन खत्म हो गया। साल 1971 में पहली बार असद के पिता राष्ट्रपति बने थे।
राष्ट्रपति की सत्ता के साथ सेना की भी सत्ता समाप्त हो चुकी है। बता दें कि सीरिया में बीते 11 दिनों से विद्रोही और सेना के बीच लड़ाई जारी थी। असद के देश छोड़ते ही प्रधानमंत्री ने विद्रोहियों को सत्ता सौंपने का प्रस्ताव दिया है। विद्रोही आज सुबह सीरिया की राजधानी दमिश्क पहुंच चुके हैं। राष्ट्रपति के देश छोड़ते ही विद्रोहियों ने जमकर जश्न मनाया।
जेलों में बंद सभी कैदियों को छुड़ाया जाएगा
विद्रोहियों ने एक टीवी चैनल को दिए गए बयान में कहा कि "जेलों में बंद सभी कैदियों को छुड़ाया जाएगा। सीरिया में आज एक नए युग की शुरुआत हो रही है। हम इस दिन का लंबे समय से इंतजार कर रहे थे। बता दें कि विद्रोहियों ने पिछले हफ्ते से लेकर अब तक कुल 4 शहरों पर कब्जा कर लिया है। इनमें अलेप्पो,दारा,हमा और होम्स शहर शामिल है।
दमिश्क की सड़कें अल्लाह हू अकबर और गोलियों की आवाज से गूंज उठी है।
50 साल के अत्याचार के बाद बाथ का शासन खत्म
विद्रोही गुट ने एक टेलीग्राम चैनल के जरिए कहा है कि "50 साल की अत्याचार के बाद बाथ का शासन खत्म हो गया है। इन 50 सालों में कई लोगों को अपना घर बार छोड़ना पड़ा है। यहां काले दिन खत्म हो गए हैं और अब एक नए युग की शुरुआत हो रही है।
आपको बता दें कि जहां से 2011 में राष्ट्रपति के खिलाफ जंग की शुरुआत हुई थी। उसी शहर में विद्रोहियों ने कब्जा कर लिया है। इस संघर्ष की वजह से 3.70 लाख लोगों को विस्थापित होना पड़ा है। अधिकतर सीरियाई लोग सरकार गिरने का जश्न मना रहे हैं। सेना के टैंकों पर चढ़कर लोग खूब एंजॉय कर रहे हैं।
एयरपोर्ट पर भारी भीड़ लोग देश छोड़कर भाग रहे
दमिश्क में विद्रोहियों के घुसने के बाद एयरपोर्ट पर भारी भीड़ देखने को मिल रही है। एयरपोर्ट पर हजारों का हुजूम टूट पड़ा है। लोग देश छोड़कर भाग रहे हैं। हर तरफ भगदड़ मची हुई है। सीरियाई राष्ट्रपति को लोग ढूंढ रहे थे। लेकिन वह देश से बाहर भाग गए हैं। हालांकि विद्रोहियों ने लोगों से देश छोड़कर ना जाने की अपील की है। इसके साथ भागे हुए लोगों को फिर से सीरिया आने की अपील की है।
सीरिया के लोग जिस सरकार को चुनेंगे उसकी सरकार बनेगी - पीएम जलाली
सीरियाई प्रधानमंत्री मोहम्मद अल जलाली ने कहा कि "सीरिया के लोग जिस सरकार को चुनेंगे। उसकी सरकार बनेगी। हम उसका समर्थन करने के लिए पूरी तरीके से तैयार हैं।" प्रधानमंत्री ने यह भी कहा कि "वह शांतिपूर्ण तरीके से शासन की सत्ता को विपक्ष को सौंपने को तैयार हैं। मैं अपने आवास पर ही हूं। कहीं गया नहीं हूं। मुझे अपने देश से प्रेम है। मैं सुबह अपने कार्यालय काम करने के लिए जाऊंगा। सीरियाई नागरिकों से अपील है कि वह अपने देश की संपत्ति को नुकसान ना पहुंचाएं। सीरियाई सैनिक और कई सुरक्षा एजेंसियां सभी जगह से हट गई हैं।" खबरों के मुताबिक सीरियाई बल तीसरे बड़े शहर होम्स से पीछे हट गए हैं। साल 2018 के बाद पहली बार ऐसा हुआ है। जब विद्रोही दमिश्क शहर पहुंच गए हैं। सरकार के मुताबिक सभी उड़ानों को रोक दिया गया है। हवाई अड्डे को खाली कराया जा रहा है।