‘टैरिफ़ बम’ गिराकर पाकिस्तान में मचाया बवाल, ट्रंप ने कर दिया बड़ा ऐलान
अमेरिका के राष्ट्रपति ने दुनिया के तमाम देशों पर अपना रेसिप्रोकल टैरिफ का ऐलान कर दिया है. अमेरिका के रात 12 बजे के बाद पूरी दुनिया में ये टैरिफ लागू हो जाएगा. खास बात तो ये है कि अमेरिका ने इस रेसिप्रोकल टैरिफ को 50 फीसदी डिस्काउंट के साथ लागू करने का ऐलान किया है.

भारत में जब ज़्यादातर लोग गहरी नींद में थे। तब भारत से 13000 किमी दूर अमेरिका में बड़ा ऐलान किया जा रहा था। जिसने सुबह होते ही पूरी दुनिया को हिला डाला। ट्रंप ने नए टैरिफ़ का ऐलान कर टैरिफ़ वॉर छेड़ी तो हर तरफ़ हड़कंप मच गया। एक घोषणा से वैश्विक बाजारों में हलचल आ गई। इस बार उन्होंने अपने क़रीबियों को भी इससे दूर नहीं रखा। लेकिन कुछ देश ऐसे भी है जिनपर ये टैरिफ़ मिसाइल की तरह गिरा है। पाकिस्तान और बांग्लादेश पर भारत से ज़्यादा टैरिफ़ लगाना एक तरह से दोनों देशों की कमर तोड़ने के बराबर ही है। वाइट हाउस के रोज गार्डन में दिए गए भाषण के दौरान ट्रंप ने एक चार्ट दिखाया जिसमें उन्होंने अलग - अलग देशों पर ठोके गए टैरिफ की लिस्ट दिखाई। चार्ट में यह भी बताया गया था कि ये देश अमेरिकी सामानों पर कितना टैरिफ लगाते हैं और अब अमेरिका उनके खिलाफ कितना 'रेसिप्रोकल टैरिफ' लगाएगा। इस फ़ैसले का ऐलान करते हुए ट्रंप ने इसे "मुक्ति दिवस" यानी (Liberation Day) का नाम दिया। अब ये टैरिफ 9 अप्रैल को लागू हो भी जाएंगे। अब कई लोग ये कह रहे हैं कि भारत को और पीएम मोदी को बहुत अच्छा दोस्त बताने वाले ट्रंप ने भारत पर भी टैरिफ बढ़ा दिया है लेकिन उन्हें ये भी जान लेना चाहिए की भारत के लिए इसमें फायदे की गुंजाइश भी छिपी हुई है। आपदा में अवसर जैसी यह संभावना इसलिए बनती नजर आ रही है, क्योंकि ट्रंप ने भारत से कहीं ज्यादा टैरिफ चीन, पाकिस्तान, बांग्लादेश, थाईलैंड, ताईवान और वियतनाम जैसे देशों पर लगाया है।
बीते दिनों एक आतंकी को पकड़ने में मदद करने के लिए पाकिस्तान को शुक्रिया कहकर तारीफ़ करने वाले ट्रंप ने एक ऐलान से पाकिस्तान की हवा निकाल दी। जब ट्रंप ने पाकिस्तान की तारीफ़ की थी तब भारत पर तंज़ कसा जा रहा था। लेकिन अब भारत से ज़्यादा पाकिस्तान पर लगे टैरिफ़ को देखते हुए सबका मुंह सिला हुआ है। पहले से ही कंगाली, भुखमरी की मार झेल रहे पाकिस्तान के हुक्मरान अपना देश अरब देशों और चीन को गधे बेचकर मिलने वाली ख़ैरात से चला रहे हैं। अब अपने सामान को अमेरिका में बेचने के लिए ज़्यादा ट्रैरिफ देना होगा तो पाकिस्तान के लिए कंगाली में आटा गीला होने वाली बात है। वहीं बांग्लादेश के लिए भी ट्रंप ने कोई कसर नहीं छोड़ी है। इस टैरिफ़ से बांग्लादेश का रेडीमेड गारमेंट उद्योग, जो उसकी अर्थव्यवस्था की रीढ़ है, इस टैरिफ से बुरी तरह प्रभावित होगा। अब जल्दी से अमेरिका की तरफ़ से सामने आई लिस्ट को देखते हैं।
अमेरिकी प्रेसीडेंट ट्रंप ने यूरोपीयन यूनियन को मिलाकर कुल 184 देशों की लिस्ट दिखाई। जोकि अमेरिका के लिए बड़े ट्रेड पार्टनर हैं। खास बात तो ये है कि दुनिया के 36 देश ऐसे हैं, जिनपर भारत के मुकाबले ज्यादा टैरिफ लगा है। जिनमें पाकिस्तान और चीन का नाम भी शामिल है ।जहां पाकिस्तान पर ट्रंप ने 29 फीसदी का टैरिफ लगाया है।वहीं दूसरी ओर चीन पर ट्रंप की ओर से 34 फीसदी टैरिफ लगाया है और भारत पर 26 फीसदी।
इस हिसाब से देखें तो भारत के मुक़ाबले दोनों देशों पर काफी ज्यादा टैरिफ लगा है। अमेरिका ने इस रेसिप्रोकल टैरिफ को 50 फीसदी डिस्काउंट के साथ लागू करने का ऐलान किया है बावजूद इसके दोनों देशों पर टैरिफ भारत के मुकाबले में काफी ज्यादा है। भारत अमेरिकी सामानों पर 52% टैरिफ लगाता है जिसके बदले अमेरिका ने भारत पर 26 % टैरिफ़ लगाने की बात कह दी है। चीन की करें तो ड्रैगन अमेरिकी प्रोडक्ट्स पर अपने देश में 64 फीसदी टैरिफ लगाता है। ऐसे में अमेरिका ने चीन पर 32 फीसदी का टैरिफ लगाया है। वहीं दूसरी ओर पाकिस्तान अमेरिकी प्रोडक्ट्स पर 58फीसदी टैरिफ लगाता है, जिसकी वजह से ट्रंप ने पाकिस्तान प्रोडक्ट्स पर 29 फीसदी का टैरिफ लगाया है।पाकिस्तान पर लगाया गया टैरिफ भारत से सिर्फ 3% ज्यादा है, लेकिन इसकी अर्थव्यवस्था के लिए यह एक बड़ा खतरा बन सकता है। वहीं बांग्लादेश अमेरिकी सामानों पर 74% टैरिफ लगाता है। इस पर अमेरिका ने 37% टैरिफ लगाने का ऐलान किया है।
देश अमेरिका पर टैरिफ अमेरिका का जवाबी टैरिफ
चीन 67% 34%
बांग्लादेश 74% 37%
पाकिस्तान 58% 29%
ताइवान 64% 32%
वियतनाम 90% 46%
यूरोपीय यूनियन 39% 20%
कंबोडिया 97% 49%
अब भारत तो अमेरिका से लगातार इस मुद्दे पर बात कर ही रहा है लेकिन पाकिस्तान और बांग्लादेश का इसके बाद क्या होगा देखने वाली बात ये है।