तुलसी गबार्ड ने स्वामी महाराज की 103वीं जयंती पर न्यू जर्सी में अक्षरधाम मंदिर का दौरा किया
सांस्कृतिक कार्यक्रम में श्रद्धालुओं, हिंदू मंदिरों और संगठनों के प्रतिनिधियों और स्थानीय सांसदों सहित लगभग 2,000 लोगों को संबोधित करते हुए गबार्ड ने कहा, "आखिरकार इस अविश्वसनीय और ऐतिहासिक अक्षरधाम मंदिर में आना और इस प्रतिष्ठित मंदिर के निर्माण में लगे हजारों लोगों के बारे में सुनना एक अद्भुत अनुभव रहा। यह स्थान आपकी प्रार्थनाओं के कारण विशेष है।"
अमेरिका के नवनिर्वाचित राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप की टीम में नेशनल इंटेलिजेंस डायरेक्टर के रूप में शामिल तुलसी गबार्ड ने न्यू जर्सी के रॉबिंसविले में बीएपीएस अक्षरधाम मंदिर का दौरा किया। वो स्वामी महाराज की 103वीं जयंती पर आयोजित समारोह में शामिल हुईं।
उन्होंने तस्वीरों को साझा करते हुए सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म एक्स पर लिखा, "प्रतिष्ठित अक्षरधाम मंदिर का दौरा करना सौभाग्य की बात है। मेरे स्वागत में यहां देश भर से जुटे हिंदू नेताओं, रॉबिन्सविले के मेयर और परिषद के सदस्यों की आभारी हूं। ये सभी यहां प्रार्थना, संगति और एकता के भाव संग एकत्रित हुए थे।"
गबार्ड को पसंद आया अक्षरधाम का आध्यात्मिक वातावरण
उन्होंने मंदिर में फूल चढ़ाए और प्रार्थना की और बाद में मंदिर की कला, वास्तुकला और सांस्कृतिक प्रदर्शनियों का दौरा किया। हिंदू धर्म की मान्यताओं में विश्वास रखने वाली गबार्ड को अक्षरधाम का आध्यात्मिक वातावरण बहुत पसंद आया।
सांस्कृतिक कार्यक्रम में श्रद्धालुओं, हिंदू मंदिरों और संगठनों के प्रतिनिधियों और स्थानीय सांसदों सहित लगभग 2,000 लोगों को संबोधित करते हुए गबार्ड ने कहा, "आखिरकार इस अविश्वसनीय और ऐतिहासिक अक्षरधाम मंदिर में आना और इस प्रतिष्ठित मंदिर के निर्माण में लगे हजारों लोगों के बारे में सुनना एक अद्भुत अनुभव रहा। यह स्थान आपकी प्रार्थनाओं के कारण विशेष है।"
उन्होंने आगे कहा, "चाहे हम कहीं से भी आए हों, या हमारी जाति या धर्म या पृष्ठभूमि या शिक्षा वंशावली कुछ भी हो लेकिन हममें से कई भगवद गीता में श्री कृष्ण की शिक्षाओं से प्रेरित हैं।"
बीपीएएस अक्षरधाम मंदिर की ओर से भी तुलसी गबार्ड का आभार जताया गया है। एक बयान में मंदिर ने कहा कि पूर्व प्रमुख स्वामी महाराज की 103वीं जयंती समारोह में आकर गर्बाड ने हमारा मान बढ़ाया। स्वामी जी निस्वार्थ सेवा भाव, समर्पण के लिए याद किए जाते हैं। इस कार्यक्रम में सभी उम्र की महिलाओं ने प्रमुख स्वामी महाराज की विरासत को याद करने के लिए एक साथ भाग लिया। प्रेरक भाषण और भावपूर्ण लघुचित्र प्रस्तुत किए गए, जिसमें उनकी शाश्वत शिक्षाओं और रोजमर्रा की जिंदगी में आस्था और सेवा के महत्व पर प्रकाश डाला गया।
Input: IANS