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US Presidential Election 2024 : अमेरिका में राष्ट्रपति चुने जाने की क्या है पूरी प्रक्रिया ? कैसे होता है पूरा चुनाव ? जानें यहां

अमेरिका के अगले राष्ट्रपति के चुने जाने की प्रक्रिया जल्द ही शुरू होने वाली है। राष्ट्रपति पद के लिए लड़ाई भारतीय मूल की अमेरिकी उपराष्ट्रपति कमला हैरिस और रिपब्लिकन पार्टी के डोनाल्ड ट्रंप के बीच है।बता दें कि भारतीय टाइमिंग के अनुसार 5 नवंबर शाम 4:30 बजे से लेकर 6 नवंबर की सुबह 6:30 तक मतदान होगा। तो चलिए जानते हैं कि अमेरिका में राष्ट्रपति चुने जाने की क्या कुछ प्रक्रिया है ?
US Presidential Election 2024 : अमेरिका में राष्ट्रपति चुने जाने की क्या है पूरी प्रक्रिया ? कैसे होता है पूरा चुनाव ? जानें यहां
दुनिया के सबसे ताकतवर देशों में शामिल अमेरिका में अगले राष्ट्रपति को चुनने की तैयारी शुरू हो चुकी है। 5 नवंबर को देश के 47वें राष्ट्रपति के लिए चुनाव होना है। वहीं देश का 60वां राष्ट्रपति चुनाव होगा। इस बार राष्ट्रपति पद के लिए दो लोगों के बीच कड़ा मुकाबला है। एक तरफ भारतीय मूल की अमेरिकी उपराष्ट्रपति कमला हैरिस का नाम है। तो वहीं दूसरी तरफ रिपब्लिकन की ओर से पूर्व राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप के बीच मुकाबला है। दोनों ही नेताओं ने अपनी जीत के लिए कोई कोर कसर नहीं छोड़ा। जो भी तरीका प्रचार-प्रसार के लिए बन सकता था। इन दोनों दिग्गज नेताओं ने अपनाया। बता दें कि डोनाल्ड ट्रंप देश के पूर्व राष्ट्रपति रह चुके हैं। अब इंतजार सिर्फ इस बात का है कि दोनों में से कौन बाजी मारता है। अमेरिका के राष्ट्रपति पद के लिए हो रहे चुनाव पर पूरी दुनिया की नजरे हैं। अमेरिका का चुनाव कई मायनों में वैश्विक सूत्रधार माना जाता है। अमेरिका में राष्ट्रपति पद के लिए चुनाव बाकी देशों की तुलना में काफी अलग होता है। 

अमेरिका में कैसे चुना जाता है राष्ट्रपति ?


आपको बता दें कि यहां इलेक्टोरल कॉलेज समूह में हर एक राज्य से एक प्रतिनिधियों का समूह होता है। जो अपनी पार्टी के आधार पर राष्ट्रपति का चुनाव करते हैं। मतलब अमेरिका के हर राज्य में रहने वाले लोग 5 नवंबर को अपने स्थानीय उम्मीदवारों को वोट करेंगे। जिस पार्टी के उम्मीदवार की जीत होगी। उनकी जीत देश के अगले राष्ट्रपति चुनाव के लिए जरूरी हो जाएंगे। कुल मिलाकर देखा जाए तो राज्य से जीता हुआ उम्मीदवार ही राष्ट्रपति को चुनने के लिए आखिरी फैसले का हकदार बन जाता है। 

आखिर कैसे होता है इलेक्टोरल सिस्टम का इस्तेमाल ? 


अमेरिका में राष्ट्रपति चुनाव के लिए इलेक्टोरल कॉलेज का एक सिस्टम होता है। जो अमेरिका के सभी राज्यों में इलेक्टोरल वोट प्रदान करता है। इलेक्टोरल वोटों की कुल संख्या 538 है। 
अमेरिका के हर राज्य में सीनेट को 2 सीटें मिलती है। इसका मतलब यह हुआ कि हर राज्य को 2 इलेक्टोरल वोट मिलते हैं। हर राज्य में अमेरिकी सभा में उसकी संख्या के अनुसार अमेरिकी प्रतिनिधि मिलते हैं। इसका मतलब यह हुआ कि जनसंख्या अधिक होने पर प्रतिनिधि और इलेक्टोरल वोट मिलते हैं। 

कैसे काम करता है चुनावी फार्मूला ? 


अमेरिका में राष्ट्रपति कैसे चुने जाते हैं। अब इसका पूरा चुनावी फार्मूला समझ लेते हैं। मान लीजिए प्रत्येक राज्य के इलेक्टोरल वोट = 2 (सीनेट प्रतिनिधित्व) + राज्य के प्रतिनिधि सभा में प्रतिनिधियों की संख्या इस गणित से देखा जाए। तो 50 राज्यों वॉशिंगटन डी.सी. (जिसे 3 इलेक्टोरल वोट मिलते हैं) उसको मिलाकर कुल 538 इलेक्टोरल हुए। जैसे भारत में प्रधानमंत्री चुनने के लिए एक बहुमत का आंकड़ा है। वैसे ही अमेरिका में राष्ट्रपति सुनने के लिए किसी भी एक पार्टी को 538 इलेक्टोरल वोटों में 270 वोटों की आवश्यकता होती है। जो पूर्ण बहुमत का आंकड़ा है। इसी सिस्टम के तहत राज्यों के एक संतुलित प्रतिनिधित्व के आधार पर और छोटे राज्यों को भी उचित प्रतिनिधित्व देकर इसका चुनाव होता है। इसी के आधार पर देश का अगला राष्ट्रपति चुना जाता है। 

कब शुरू होगा मतदान ? 


अमेरिका के अगले राष्ट्रपति चुने जाने के लिए मतदान 5 नवंबर 2024 को अमेरिकी समयानुसार सुबह 6:00 से लेकर रात 8:00 तक चलेगा। अगर भारतीय टाइमिंग की बात की जाए। तो समझ लीजिए शाम 4:30 बजे से लेकर 6 नवंबर की सुबह 6:30 तक चलेगा। अमेरिका के नए राष्ट्रपति 20 जनवरी को पद और गोपनीयता की शपथ लेंगे। उनका कार्यकाल 21 जनवरी से शुरू होगा। 

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